बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
झज्जर जिला के राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे अवैध रूप से बनाए गए बिल्डिंग मैटिरियल के स्टॉक को तुरंत प्रभाव से हटाने की प्रक्रिया अमल में लाई जाए। किसी भी रूप से नियमों की अनदेखी करने वालों के चालान भी किए जाएं। यह निर्देश डीसी जितेंद्र कुमार ने दिए। वे मंगलवार को कैंप कार्यालय में एनजीटी व ईपीसीए के नियमों की अनुपालना बारे जिला से संबंधित कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
डीसी जितेंद्र कुमार ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण पर नियंत्रण तथा स्वच्छता से जुड़े कार्यों को लेकर गंभीरता से काम होना चाहिए। इस कार्य में किसी प्रकार की बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाए। बैठक में वायु प्रदूषण नियंत्रण, कचरा निस्तारण, बायोमेडिकल कचरा निस्तारण, प्रदूषण नियंत्रण व स्वच्छता जागरुकता कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा संबंधित अधिकारियों के साथ की गई। उन्होंने कहा कि बहादुरगढ़ में औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाले कचरे के उचित निपटान के लिए संबंधित इकाईयों की समय-समय पर जांच की जाए। खुले में कूड़ा जलाने की प्रवृति पर रोक लगाने के लिए गंभीरता से कार्य किया जाए। उन्होंने प्रदूषण विभाग व शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्लास्टिक के बड़े स्टाकिस्ट पर रेड की जाए ताकि पॉलीथिन के प्रयोग पर नियंत्रण किया जा सके। उन्होंने कहा कि ईपीसीए के चेयरमैन डा. भूरे लाल द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए जारी दिशा-निर्देशों का गंभीरता से पालन होना चाहिए। उन्होंने ईपीसीए से मिले निर्देशों के आधार पर सभी विभागों की एक्शन टेकन रिपोर्ट की जानकारी ली। डीसी ने स्वच्छ पेयजल आपूर्ति जिले के हर क्षेत्र में निर्बाध रूप से पहुंचे इसके लिए जनस्वास्थ्य अभियांथ्त्रकी विभाग की ओर से निरंतर सैंपलिंग सुनिश्चित की जाए।
बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी संदीप सिंह ने विभागीय गतिविधियों से अवगत कराते हुए अन्य विभागों को प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में सहभागी बनने की अपील की।
इस अवसर पर एडीसी जगनिवास, सीटीएम डा. सुभिता ढ़ाका, एसडीएम बहादुरगढ़ तरूण कुमार पावरिया, जनस्वास्थ्य विभाग के एसई जगबीर मलिक सहित शहरी निकाय विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
