बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
पिछले 7 दिनों से रमेश दलाल के नेतृत्व में चल रहे फसल मुआवज़ा आंदोलन का असर देखने को मिला जब किसानों की चेतावनी के बाद कुछ ही घंटो में अधिकारियों ने हरियाणा सरकार से मुआवज़ा राशि की स्वीकृति ले ली। उपलब्ध दस्तावेज़ों के अनुसार, कल दोपहर बाद आयुक्त, रोहतक ने अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व व आपदा प्रबंधन, हरियाणा सरकार को मुआवज़ा राशि की स्वीकृति के लिए पत्र लिखा। सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कुछ ही घंटों में आयुक्त के पत्र का जवाब देते हुए मुआवज़ा राशि स्वीकृत कर दी।
झज्जर ज़िले के 272.19 एकड़ के लिए कुल 3265425 रुपये स्वीकृत किए गए है। जिसमे से 1486620 रुपये राज्य आपदा राहत कोष से व 1778803 रुपये राज्य सरकार के बजट से दिए जाएंगे। नए घटनाक्रम के बारे में बताते हुए किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि कल सुबह तक अधिकारियों द्वारा आंदोलन को विभाजित कर तोड़ने की कोशिश की जा रही थी। जहां एक तरफ डी.आर.ओ व उपयुक्त कुछ किसानों को बुलाकर झूठे स्वीकृति पत्र दे रहे थे वही बड़ी संख्या में किसानों के मुआवज़े को लेकर कोई करवाई नही की जा रही थी। सरकार द्वारा आंदोलन को तोड़ने के प्रयास से किसान भड़क गए व कल दोपहर पंचायत कर सरकार को अंतिम चेतवानी दे दी थी। किसानों के ऐलान का सरकार पर असर दिखा व कुछ ही घंटों में अधिकारियों ने सरकार से स्वीकृति लेने की सारी करवाई पूरी कर ली व देर रात तक ज़िला उपयुक्त को अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व व आपदा प्रबंधन, हरियाणा सरकार से मुआवज़े की राशि की स्वीकृति मिल गई। रमेश दलाल ने अधिकारियों से सवाल पूछते हुए कहा कि अगर हरियाणा सरकार से स्वीकृति देर रात तक आई है तो फिर सुबह डी.आर.ओ किसानों को झूठा स्वीकृति पत्र क्यो दे रहे थे?
बदलते घटनाक्रम व आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए आज फिर से दलाल भवन मांडौठी में पंचायत की। पंचायत की अध्यक्षता चौ. भूप सिंह दलाल ने की। पंचायत में किसान अपनी मांगों पर अटल नज़र आए व सर्वसम्मति से रविवार की महापंचायत में तय किये गए प्रस्तावों को फिर से पास किया। किसानों ने 10 मई शाम 4 बजे तक मांगो को मानने का अल्टीमेटम दिया है। अगर सरकार ने किसानों की मांगों को अनसुना किया तो किसान गुरुग्राम जाने वाली नहर के पानी को रोकने का काम करेंगे। साथ ही लोक सभा चुनाव मे भाजपा के खिलाफ वोट करने का फतवा भी जारी किया जाएगा। रमेश दलाल ने बताया कि मुआवज़ा राशि की स्वीकृति मात्र से किसान नही मानेंगे, हमारी मांग है कि 10 मई शाम 4 बजे तक किसानों के खातों में मुआवज़ा राशि जमा की जाए। साथ ही किसानों की मांग है कि बिजली विभाग से मिलने वाली शेष राशि (38000 रुपये प्रति एकड़) के संबंध में समय सीमा समाप्त होने तक सिफारिशी पत्र चंडीगढ़ भेजा जाए व उसकी कॉपी किसानों को दी जाए। खेत मे आग लगने से जिन किसानों की मृत्यु हुई है उनके लिए 50 लाख रुपये के मुआवज़े की घोषणा की जाए। साथ ही इंजन व रैपर के नुकसान के लिए 50000 रुपये दिए जाए। ट्रेक्टर के नुकसान के लिए भी 5 लाख का मुआवज़ा मिलना चाहिए। ऐसे स्थिति में अगले 24 घंटे काफी महत्वपूर्ण रहेंगे।
चौ. भूप सिंह दलाल की अध्यक्षता में हुई पंचायत में आज मुख्य रूप से मांडौठी गांव से जयकिशन, साहबे, कटार, श्री, राजेन्द्र प्रधान, बल्लू प्रधान, लाल सिंह, रामकुंवार, आसौदा गांव से कपूरे प्रधान आसौदा नौ गामा, पंडित अत्तर सिंह, छारा गांव से कैप्टन जीत, जगपाल, वजीर, मातन गांव से जस्सा सरपंच, पांडु प्रधान, बौड़ा नंबरदार, खरमान से संजय सरपंच, सिलौठी से सुभाष, रामफल, रेवाड़ी खेड़ा से समुंदर सरपंच, डाबौदा खुर्द से इस्से मलिक, ढिल्लू प्रधान, मेहंदीपुर डाबौदा से गिरधारी पूर्व सरपंच, रामफल, राजेन्द्र टांडा हेड़ी, चंदरूप जाखौदा, आदि उपस्थित रहे।
फ़ोटो कैप्शन: पंचायत को संबोधित करते किसान नेता रमेश दलाल