बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
शहर के जटवाडा मोहल्ला स्थित तीन शक्ति मंदिर जन सुधारक सभा के प्रांगण में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास परम पूज्य राधे श्याम शास्त्री महाराज ने अपनी मधुर वाणी से श्रद्धालुओं को श्री शुकदेव आगमन प्रसंग सुनाया। राधे श्याम शास्त्री महाराज ने श्रद्धालुओं को बताया कि राजा परीक्षित कलयुग के प्रभाव के कारण शिरंगी ऋषि से श्रापित हो जाते हैं, उसी के पश्चाताप में वह गुरू शुकदेव के पास जाते हैं। राजा परीक्षित की समस्या का समाधान नारद जी को ब्रह्मा से मिला और नारद के माध्यम से मिले राजा परीक्षित केे श्राप का समाधान शुकदेव ने परीक्षित को बताकर उसकी जिज्ञासा शांत की। श्रद्धाुलओं को कथा का रसपान कराते हुए राधे श्याम शास्त्री महाराज ने कहा कि मनुष्य के पिछले जन्म के कर्म भी साथ रहते हैं, इसलिए हमें जो मानव जीवन मिला है हम उस जीवन को पुनीत बनाएं और इस जीवन में प्रभु की भक्ति के साथ मानवतावाद का प्रचार-प्रसार करें। उन्होंने कहा कि सुखमय जीवन के लिए धर्म श्रवण जरूरी है। राधे श्याम शास्त्री ने कहा कि सत्संग अर्थात सच का साथ भी सफलता देने वाला होता है, इसलिए मनुष्य को सत्संग श्रवण में रूची लेनी चाहिए। श्रीमद्भागवत कथा के दौरान श्रद्धालु भक्ति से सरोबार होकर जमकर थिरके। इस अवसर पर कर्मवीर राठी करमू, जयभगवान सैनी, गोविन्द राणा, लक्ष्मीनारायण वशिष्ठ,शिवकुमार वर्मा, पवन कुमार,पूर्ण सैनी, सुरेंद्र वर्मा, त्रिलोक राणा, मुकेश सैनी, राजेंद्र सैनी, मदरूप राठी, दीपक गुप्ता, टण्डन गोपाल, सतपाल सैनी, सुरेश रोहिल्ला, प्रदीप गुप्ता, कृष्ण राणा, प्रवीन सैनी काफी संख्या में श्रद्धालुगण मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 1:- श्रद्धालुओं को शुकदेव आगमन प्रसंग सुनाते हुए राधे श्याम शास्त्री महाराज।
