बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
आखिरकार, ज़मीन अधिग्रहण में अपनी ज़मीन के उचित मुआवज़े के लिए आंदोलन कर रहे छारा गांव के किसानों को जल्द ही अच्छी खबर मिल सकती। हर रोज़ बदलते मौसम में भी अपने अधिकारों के लिए पिछले 18 दिन से सड़क पर आंदोलन कर रहे किसानों को शायद अब ज्यादा लंबा इंतज़ार नही करना पड़ेगा। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रमेश दलाल ने बताया कि ज़मीन मुआवज़े के रेट में सुधार करने के लिए गठित की गई समिति की कल देर शाम हुई वार्ता में छारा गांव के कलेक्टर रेट पर लगभग सहमति बन चुकी है। अतिरिक्त उपायुक्त श्री सुशील सारवान के अध्यक्षता में हुई वार्ता में रमेश दलाल ने किसानों के प्रतिनिधि के रूप में हिस्सा लिया था। बताया जा रहा है काफी लंबी चली इस वार्ता के सकारात्मक नतीजे निकले है। रमेश दलाल ने कहा उन्होंने अधिकारियों के सामने कानूनी तर्क व दस्तावेज़ों के माध्यम से किसानों का पक्ष रखा। कल देर शाम हुई वार्ता के अंत मे कलेक्टर रेट को ले कर प्रशासन व किसानों की बीच सहमति लगभग बन गई व छारा गांव के किसानों की उम्मीद के अनुसार ही रेट तय हुए है। हालांकि तय हुए रेट पूछे जाने पर रमेश दलाल ने गोपनीयता का हवाला देते हुए कहा कि क्योकि वह किसानों के नुमाइंदे के रूप में रेट सुधार समिति के सदस्य थे इसलिए तय रेट की घोषणा करना अभी उचित नही होगा। इस पूरी मामले की घोषणा के लिए अभी दो दिन और लग सकते है क्योकि वार्ता में तय किए गए रेट की स्वीकृति के लिए फ़ाइल को उच्च अधिकारियों के पास चंडीगढ़ भेजा जाएगा। उसके बाद आधिकारिक घोषणा होगी।
जैसे ही यह खबर छारा गांव पहुंची, किसानों की खुशी साफ देखी जा सकती थी। हालांकि धरने पर बैठे किसानों ने स्पष्ट किया कि उन्हें वार्ता के फैसले पर भरोसा है परंतु आधिकारिक घोषणा के बाद ही वह अपनी जीत को सुनश्चित मानेंगे। अब सबकी नजर आने वाले दो दिन पर है।
जहां एक तरफ किसानो का संघर्ष जीत की दहलीज पर दस्तक दे रहा वही अभी भी धरनास्थल पर आ कर आंदोलन का समर्थन करने वालो का सिलसिला आज 18वे दिन भी जारी रहा। बड़ी संख्या में गिरावड गांव के किसान अपना समर्थन देने के लिए धरनास्थल पर पहुंचे। गिरावड गांव से आने वाले किसानों में मुख्य रूप से रामबीर, रामनिवास, संदीप, अशोक, रमेश, अनूप सिंह, रोहताश आदि शामिल थे। छारा गांव से धन्ना पहलवान, मटरू प्रधान, चिंटू प्रधान, कैप्टन जीत, राजेन्द्र आदि धरनास्थल पर मौजूद रहे।