बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
वैश्य बी.एड. कॉलेज में आज राष्ट्रीय बालिका दिवस पर पोस्टर मेकिंग, स्लोगन लेखन तथा कविता पाठ जैसे प्रतियोगिताओं का आयोजन कर समाज में कन्या भ्रूण हत्या तथा समाज में लड़कियों के बारे में व्याप्त भ्रांतियां को दूर करने के लिए जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर उनके आशीर्वाद से हुई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती शीला राठी रही। श्रीमती शीला राठी वैश्य बी.एड. कॉलेज के प्रधान श्री सत्यनारायण अग्रवाल व कोषाध्यक्ष श्री शिव नारायण गुप्ता व कार्यक्रम में उपस्थित सभी मेहमानों के स्वागत में छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर सभी का स्वागत किया। तत्पश्चात कविता पाठ प्रतियोगिता का शुभारंभ चित्रा बंसल की “ओरी चिरैया”, दीपिका की “मैं हूं बेटी” मार्मिक कविता, प्रीति दलाल की “हम लड़की हैं” की जोशीली कविता, सोनू की “अनमोल है बेटियां” की दिल को छू लेने वाली कविता ने सभी श्रोतागणों को भाव विभोर कर दिया। पिंकी की “रोशन करती हैं बेटियां”, साधना की “बेटी हूं मैं”, योगिता के “बेटी न बेटों से कम” दिल को छू लेने वाली प्रस्तुति, प्रियंका की “बालिका जीवन” की मार्मिक कविता, सविता कि “मैं कुछ कहना चाहती हूं” की दिल को छू लेने वाली कविता ने कार्यक्रम में मौजूद सभी श्रोता गणों की आंखें नम हो गई। राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में महाविद्यालय प्रांगण में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में तन्वी ने प्रथम, संजू तथा निधि ने द्वितीय स्थान, पूजा वत्स ने तृतीय स्थान तथा पायल , पूजा व रितु ने सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी मौके पर स्लोगन लेखन में मीनू ने प्रथम, शिवानी ने द्वितीय, श्वेता कौशिक को तृतीय स्थान व दीपिका , प्रिया, देवी, प्रियंका चौहान को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया। कविता पाठ में चित्रा बंसल को प्रथम पुरस्कार, सविता को द्वितीय व प्रियंका चौहान को तृतीय तथा प्रीति दलाल, दीपिका, योगिता, साधना, मोनू व पिंकी को सांत्वना पुरस्कार से अलंकृत किया गया। राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष पर अपने संबोधन में महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ आशा शर्मा ने कहा कि समाज में लड़का और लड़की दोनों ही बहुत आवश्यक है किंतु आज भी भारतीय समाज में लड़कियों को पूरे अधिकार नहीं मिलते और लड़कियां अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं। जरूरत है तो हम सबको अपने आप को जागरूक करने की और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की। बहादुरगढ़ की चेयरपर्सन श्रीमती शीला राठी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि बेटियों को अपनी गरिमा संभाल कर रखना चाहिए और यह तभी संभव है जब वे अपने मां बाप द्वारा दिए गए संस्कारों को नहीं भूलेंगे क्योंकि लड़की दो-दो घरों की इज्जत होती है और एक लड़की ही है जो कि सृष्टि के निर्माता होती है इसलिए हमें लड़कियों को इज्जत देनी चाहिए। राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष पर महाविद्यालय के प्रधान श्री सत्यनारायण अग्रवाल जी ने अपने संबोधन में कहा कि हमें बेटे और बेटियों में अंतर नहीं रखना चाहिए और अगर बेटियों को मौका दिया जाए तो वह हर मुश्किल काम को अंजाम दे सकतीं हैं जैसे इंदिरा गांधी, कल्पना चावला, पी. वी. सिंधु, साक्षी मलिक, साइना नेहवाल आदि ने अपने क्षेत्र में नाम रोशन कर न केवल अपने परिवार का वरन राष्ट्र का नाम ऊंचा किया है। और हमारी संस्था लड़कियों को साक्षर कर उन्हें सशक्त करने का कार्य कर रही है और यह प्राचार्या डॉक्टर आशा शर्मा के कुशल नेतृत्व तथा स्टाफ के अथक प्रयासों द्वारा संभव हुआ है। बालिका दिवस के मौके पर महाविद्यालय की छात्राओं ने समाज को लड़कियों के अधिकार तथा कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों को जागरूक करने हेतु रैली निकाली जिसको बहादुरगढ़ की चेयर पर्सन श्रीमती शीला राठी तथा महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ आशा शर्मा बहादुरगढ़ शिक्षा सभा के प्रधान श्री श्रीनिवास गुप्ता, वैश्य बी.एड. कॉलेज के प्रधान श्री सत्यनारायण अग्रवाल, बेस्ट डिग्री कॉलेज के सचिव श्री प्रेम बंसल, वैश्य बी.एड. कॉलेज के कोषाध्यक्ष श्री शिव नारायण गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में छात्राओं ने बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे, बेटी को मत समझो भार जीवन का है यह आधार तथा हर बेटी की है इसी में शान बेटी का हो घर घर सम्मान जैसे नारे लगा कर समाज को जागरुक करने का प्रयास किया तथा लाइनपार क्षेत्र में तुलसी के पौधे बांटकर बालिका दिवस की खुशबू वातावरण में फैलाई। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर इस कार्यक्रम का आयोजन यूथ रेड क्रॉस, महिला प्रकोष्ठ, एस. यू. पी. डबलू. तथा गांधी सदन द्वारा किया गया।
