बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
हल्के के गांव बराही निवासी अनिल बराही सुपुत्र पंडित धर्मवीर ने कुश्ती में गोल्ड मेडल जीतकर जिला झज्जर के साथ-साथ प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। दिल्ली के छत्रसाल अखाडा के पहलवान अनिल बराही ने 14 वर्ष की उम्र में कर्नाटक के बेल गांव में आयोजित 64 वी नेशनल स्कूल गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। गांव में पहुंचने पर गोल्डमेडलिस्ट अनिल बराही का भव्य स्वागत किया गया। खिलाड़ी के सम्मान समारोह में बतौर अतिथि पहुंचे पूर्व जिला परिषद चेयरमैन सतीश छिकारा का फूल-माला और पगड़ी पहनाकर ग्रामवासियो ने स्वागत किया। कांग्रेस नेता सतीश छिकारा ने गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान अनिल बराही को 11 हजार रुपये का नकद ईनाम देकर प्रोत्साहित किया। उन्होंने युवा पहलवान अनिल को बधाई देते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। पहलवान अनिल बराही ने अपनी जीत का श्रेय अपने माता-पिता और आदर्श कोच को दिया। पहलवान अनिल बराही इस समय दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में बने अखाडे़ में कोच सुशील पहलवान, कोच सतपाल पहलवान, कोच धर्मा पहलवान से कुश्ती के दांव-पेंच सीख रहे हैं। जबकि एपीजे इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में पढ़ाई कर रहे है और 8वी कक्षा के छात्र हैं। अपनी कड़ी मेहनत के जरिए युवा पहलवान अनिल बराही ने यह पहला पदक जीता हैं। पहलवान अनिल बराही ने कहा कि उनका सपना ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने का है और वह इस सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करेंगे। उन्होंने बताया कि उनके चाचा अजेश कुमार ने गोल्ड मेडल दिलवाने में पूरी मदद की है। सुबह 4 बजे से लेकर रात के 11 बजे तक दिन रात मुझे दूध-दही, बादाम और जरूरी पहलवान बनवाने संबधी सभी जरूरी सामान गांव से दिल्ली लेकर जाते थे। अनिल पहलवान ने युवाओ को संदेश दिया कि वह नशे की दलदल से बाहर निकलकर अपनी रूचि खेलो में बढ़ाये और देश और प्रदेश का नाम रोशन करे।इस मौके पर खिलाड़ी के गुरु कोच बलजीत खलीफा, कोच धर्मा पहलवान, कोच प्रमोद, अजीत छिल्लर, मास्टर महाबीर सिंह, सतबीर सिंह, तेजबीर, राजेंद्र, बबल बराही, करतार सिंह, नीरज, तनीषा, प्रशांत मुदगल, इंद्रजीत, मोनू पराशर, अशोक शर्मा, जय सिंह, राज सिंह, जिला पार्षद रवि बराही, श्रीभगवान, हुकुम प्रधान, रामनिवास आदि मौजूद रहे।
