बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
राम जन्मभूमि मंदिर के लिए दिल्ली में 9 दिसंबर को होने वाले विराट सम्मलेन को लेकर शहर के झज्जर रोड स्थित गुरुद्वारा सचखंड साहिब में विभिन्न संगठनों की एक बैठक हुई। बैठक में दिल्ली रैली में जाने को लेकर विचार विमर्श किया गया। बैठक में मौजूद कई संगठनों के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संघ के प्रांत संपर्क प्रमुख सुभाष आहूजा ने 9 दिसंबर की दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली में पहुचने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कहा कि घर, परिवार, समाज, राष्ट्र और विश्व के लिए मर्यादाये स्थापित करने वाले मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम के प्रति केवल हिन्दू समाज में ही नहीं बल्कि अन्य मजहबो, पंथो सम्प्रदायो की गहरी आस्था है। आज भी देश के हर गांव में सुबह उठते ही हम एक दूसरे को राम राम कहते है जब कोई व्यक्ति भौतिक शरीर त्यागता है तो अंतिम यात्रा में भी राम नाम सत्य है यही कहा जाता है क्योंकि राम ने अपनी सुख सुविधा को त्याग कर जातियता में बटे समाज को संगठित करके पुरे विश्व से अन्याय व पापाचार को समाप्त कर राम राज्य की स्थापना की समाज में राष्ट्रीय स्वाभिमान जगा कर पुरे समाज को समरस करने का काम किया। सुभाष आहूजा ने बताया कि रामायण, राम चरित मानस जिसका मंचन राम लीला के रूप में आज भी हर गांव कसबे में केवल अपने देश में ही नहीं तो दुनिया के अनेक देशो में ,जिसमे मुस्लिम बाहुल्य देश इंडोनेशिया भी है उसी रामायण और रामचरित मानस और उपनिषदों में स्पष्ट लिखा है की राम अयोध्या में पैदा हुए थे।
राष्ट्रीय स्वाभिमान , गौरव, आस्था का मुद्दा है मंदिर निर्माण
सुभाष आहूजा ने बैठक में कहा कि श्री राम जन्मभूमि प्राथमिकता में ही नहीं है, 490 साल हो गए संघर्ष करते करते लाखो बलिदान हो गए। पिछले 68 वर्षो से कोर्ट में केस चले रहे है और कितनी धैर्य की प्रतीक्षा लेंगे ?। अब समाज के धैर्य का बांध टूट चूका है। पिछले 26 वर्षो से टाट की चार दीवारी में विराजमान रामलला हमारे पुरषार्थ का इंतजार कर रहे हैं करोडों रामशिलाएं और सैंकड़ो कारीगरों द्वारा 26 साल से दिन रात मेहनत करके तराशे गए भव्य मंदिर के पत्थर आखिर कब तक मंदिर मे सुशोभित होने का इन्तजार करते रहेंगे। सुभाष आहूजा ने कहा यह केवल अयोद्धया में राम मंदिर निर्माण का मसला नहीं है यह राष्ट्रीय स्वाभिमान, राष्ट्रीय गौरव और राष्ट्रीय आस्था का मुद्दा है भगवान राम की मर्यादाओं को फिर से विश्व में स्थापित करने का मुद्दा है। इसी उपलक्ष्य में 25 नवम्बर को अयोध्या और देश के कई बड़े नगरों में विशाल सम्मलेन संतो के मार्ग दर्शन में रखे गए है। 9 दिसंबर को दिल्ली में विराट सम्मलेन होगा जिसमे हजारो की संख्या में सभी पंथो के संत और लाखो की संख्या में समाज के लोग सपरिवार अपने इष्ट मित्रो को साथ लेते हुए दिल्ली पहुंचेंगे।
इन संगठनों के प्रतिनिधि रहे मौजूद
बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, बनवासी कल्याण आश्रम, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारत विकास परिषद, सेवा भारती, स्वदेशी जगरण मंच, भारतीय मजदूर संघ, विद्द्या भारती, एनएमओ, जिओ गीता, शहीद उधम सिंह सेवा समिति, जन सेवा संस्थान, मानव सेवा संघ, राष्ट्र सेविका समिति, राष्ट्रीय सिख संगत, आरोग्य भारती, शैक्षणिक महासंघ, क्रीडा भारती, हिन्दू जागरण मंच, विश्व मैत्री महिला मिशन, सामाजिक समरसता मंच, इत्यादि सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों व सदस्यों ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर संघचालक अनिल खुराना ने की।
फोटो कैप्शन:- बैठक में मौजूद विभिन्न संगठनों के सदस्यों को संबोधित करते हुए संघ के प्रांत संपर्क प्रमुख सुभाष आहूजा ।
