बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
हल्के के राजकीय कन्या उच्च विद्यालय गाँव बराही में छात्राओं और अध्यापकों के साथ पूर्व जिला परिषद चेयरमैन व वरिष्ठ कांग्रेस नेता सतीश छिकारा ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती 14 नवंबर बाल दिवस के रूप में मनाई गई। स्कूल में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विद्यालय में रंगोली प्रतियोगिता भी हुई। इस मौके पर विद्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन कर चाचा नेहरू को याद किया। स्कूलों में बच्चों के बीच मिठाई टॉफियां, कॉपी,कलर्स आदि बांटे गये। सतीश छिकारा द्वारा बालदिवस पर बच्चों को पीने के पानी की टंकियां भी समर्पित की गई। वरिष्ठ कांग्रेस नेता सतीश छिकारा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि चाचा नेहरू का सपना तभी साकार होगा जब प्रत्येक बच्चे स्कूल जाएंगे। हालांकि आजकल देखा जाता है कि बच्चों से मजदूरी कराया जा रहा है। विशेषकर होटलों व रेलवे स्टेशन पर इसे आसानी से देखा जा सकता है। कांग्रेस नेता सतीश ने बाल मजदूरी को रोकने के लिए बाल श्रम कानून को मुस्तैदी से लागू करने की मांग की। उन्होंने बच्चों को मोटिवेट करते हुए कविता सुनाई :
बच्चों में दिखता भारत का, उज्ज्वल स्वर्ण विहान।
बच्चे मन में बसते हैं, सदा स्वयं भगवान।
बच्चे देश का भविष्य : सतीश छिकारा
सतीश छिकारा ने कहा कि बच्चे आज भी उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते हैं। नेहरू कहते थे कि बच्चे देश का भविष्य है इसलिए ये जरूरी है कि उन्हें प्यार दिया जाए और उनकी देखभाल की जाए जिससे वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें। उन्होंने कहा कि चाचा नेहरू पंचशील सिद्धांत देकर विश्व बंधुत्व का संदेश दिया। चाचा नेहरू बच्चों से खूब प्यार करते थे। इसीलिए उन्हे चाचा कहकर याद किया जाता है। इस मौके पर बीईओ सुनील कोहली, हैड टीचर मंजू, रवि धनखड़, कविता रानी, प्रतिभा रानी, सीमा देवी, अमिता रानी, सुनीता शर्मा, दर्शना, सन्तोष कुमारी, प्रोमिला देवी, कृष्णा देवी, पुरुषोत्तम मास्टर, रवींद्र, सुरेश पहलवान, आर्यव्रत, सुमित, प्रधान सुनील छिल्लर, सुरजीत अहलावत, दीपू, सुनील अहलावत आदि मौजूद रहें।
फोटो कैप्शन : स्व. चाचा नेहरू के चित्र पर पुष्प अर्पित करके श्रंद्धांजलि देते हुए कांग्रेस नेता सतीश छिकारा और अध्यापक गण।
