बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
क्षेत्र के गांव बामडोली में शकुंतला देवी ने अपनी पौत्री परी के जन्म पर बेटी पढ़ाओं एवं बेटी समान सरंक्षण अभियान के तहत धूमधाम से कुंआ पूजन का आयोजन किया। शकुंतला नेे लड़को की तरह अपनी पौत्री का ढोल-नगाड़ों के साथ कुआं पूजन करवाया। महिलाओं ने कुंआ पूजन अवसर पर मंगल गीत गाकर कन्या के जन्म की खुशियां मनाई। शकुंतला देवी का बेटा रिंकू प्रजापत व उसकी पत्नी सुशीला दुसरी संतान के रूप में बेटी परी को पाकर काफी खुश है। रिंकू व सुशीला ने बताया कि पांच साल पहले उनकी एक माह की बेटी का निधन हो गया था, तब से हम दुसरी संतान के रूप में बेटी को पाना चाहते थे। भगवान ने उनकी मनोकामना पूरी कर दी है, बेटी परी ने उनके घर जन्म लेकर हमारी खुशियां बढ़ा दी है।
कन्या की दादी शकुंतला ने नवजात पौत्री परी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि कन्या साक्षात लक्ष्मी का रूप होती है। आज के युग में बेटा व बेटी में कोई फर्क या भेदभाव करना गलत है। परी के पिता रिंकू व माता सुशीला ने बेटी के कुआं पूजन अवसर पर खुशी जताते हुए कहा कि आज के समय में हमारी बेटियां, शिक्षा, विज्ञान, चिकित्सा, खेलों सहित सभी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए देश व अपने माता पिता का नाम राष्ट्रीय व अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रही है। रिंकू व सुशीला ने कहा कि अगर बेटियों को पूरा मौका व उचित मागदर्शन मिले तो वे किसी भी शिखर को न सिर्फ छू सकती है बल्कि औरों के लिए भी मिसाल बन सकती है। इस अवसर पर ग्रामीणों एवं अन्य परिजनों ने रिंकू प्रजापत द्वारा बेटी के जन्म उत्सव पर कराए गए कुंआ पूजन के फैसले की जमकर सराहना करते हुए नवजात बेटी को आशीर्वाद दिया।
फोटो कैप्शन :- बेटी परी के जन्म पर कुंआ पूजन करती कन्या की माता सुशीला देवी।

कन्या के जन्म की खुशी धूमधाम से कुंआ पूजन करके मनाई * बामडोली में शकुंतला ने पौत्री के जन्म पर कराया कुंआ पूजन
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