बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
उपमंडल विधिक सेवाएं समिति की ओर से शहर के माल गोदाम रोड स्थित वैश्य आर्य कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में नेशनल प्लान आफ एक्शन कैलेंडर के अन्तर्गत बाल अधिकारों एवं संरक्षण पर कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन नेक्स्ट प्रीजांडीग आफिसर अतिरिक्त सिविल जज जूनियर डिवीजन एवं उपमंडल विधिक सेवा समिति की चैयरपर्सन न्यायधीश मानसी धीमान के दिशा निर्देशानुसार किया गया। उपमंडल विधिक सेवा समिति के सदस्य सत्येंद्र दहिया ने विद्यालय की प्रार्थना सभा में बाल अधिकारों एवं संरक्षण कानूनी जागरूकता शिविर का शुभारंभ करते हुए बाल अधिकारों से अवगत कराया। उन्होंने बाल अधिकार,कानूनी सहायता, मौलिक अधिकार एवं शिक्षा का अधिकार तथा बाल अधिकारों के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया कि जगह जगह जगह जाकर कानूनी साक्षरता कैंप लगाने का उद्देश्य है, न्याय सबके लिए।वो चाहते हैं कि लोगों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की जा रही गतिविधियों का पता चले ताकि लोग अपनी समस्याएं सुलझा सकें और जारी स्कीम का अधिक से अधिक लाभ उठा सकें।
स्कूली कानूनी जागरूकता प्रकोष्ठ की संयोजिका मोनिका शर्मा ने बताया कि स्कूल प्राचार्या अंजू अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित शिविर में उपमंडल विधिक सेवाएं समिति के सदस्य सत्येंद्र दहिया ने मुख्य वक्ता एवं बाल कल्याण समिति की सदस्या स्नेह लता, पैनल एडवोकेट प्रवीन राठी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। समिति सदस्य सत्येंद्र दहिया ने छात्राओं को मोटिवेशन करते हुए छात्राओं से कहा कि न्यायपालिका का प्रयास है कि जन जन और घर घर तक नि:शुल्क कानूनी परामर्श सेवाएं पहुंचे ताकि लोग कानूनी तौर पर अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो सके। बाल कल्याण समिति की सदस्या स्नेह लता ने छात्राओं को पोक्सो एक्ट, लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम 2012 के बारे में जानकारी दी।उन्होने कहा कि जो बच्चा 18 साल से नीचे है वह जुनाईल है चाहे लडका हो या लड़की,वह इस अधिनियम के तहत आता है।उन्होने बताया कि पोक्सो एक्ट 18 वर्ष वर्ग के बच्चों के साथ यौन शोषण मामले में लगता है जिसके तहत आरोपी को कड़ी सजा दिए जाने का प्रावधान है। उन्होंने चिल्ड्रन हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यौन शोषण अपराधों का बढना चिंता का विषय है,इसकी रोकथाम के लिए सभी को अपने स्तर पर गंभीरता से प्रयास करने होंगे। अपने अध्यक्षीय संबोधन में स्कूल की प्रिंसिपल अंजू अग्रवाल ने जागरूकता शिविर को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि छात्राओं को विभिन्न बाल अधिकारों के बारे में अवगत कराना समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि परिवार, दोस्त व शिक्षक एक किशोर के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्कूली लीगल लिटरेसी क्लब की संयोजिका मोनिका शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम निश्चित रूप से छात्राओं के लिए बहुत प्रेरणादायक व शिक्षाप्रद रहेगा।इस अवसर पर पैनल एडवोकेट प्रवीन राठी सहित विद्यालय का पूरा स्टाफ मौजूद रहा।
