बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
उंगलियां, कलाईयों, पैरों, टखने, कूल्हे और कंधे के जोड़ों में दर्द अब उम्र को भी पछाड़ चुका हैं। इस तरह का दर्द अक्सर 50 साल की उम्र के बाद ही होता है। लेकिन वर्तमान जीवनशैली और खानपान के कल्चर ने युवा वर्ग को भी जोड़ों के दर्द की बिमारी से ग्रसित कर दिया है।मैडिकल साईंस की भाषा में इस बिमारी को आर्थराइटिस कहा जाता है। बढ़ते शहरीकरण के साथ अब तो गांवों की महिला, पुरूष भी आर्थराइटिस की चपेट में आ चुके हैं। शहर के मसहूर डॉक्टर संजय मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल के वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संजय सिंह ने ये बात कही है। डॉक्टर संजय मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल की ओर से माया विहार के साईं इंटरनेशनल स्कूल में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया था। स्वास्थ्य जांच शिविर में 227 लोगों की जांच की गई और अस्पताल की ओर से ही सभी को निशुल्क दवाईयां भी दी गई। जांच शिविर में आये मरीजों की ईसीजी, बीपी और शूगर की जांच भी निशुल्क की गई।स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन माया विहार विकास समिती के दसवें स्थापना दिवस के अवसर पर किया गया था। हॉस्पिटल की ओर से वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संजय सिंह के साथ डॉक्टर विवेक और डॉक्टर प्रीति ने रोगियों की जांच की। जांच के उपरान्त बातचीत करते हुये डॉक्टर संजय सिंह ने बताया कि हड्डियों की कमजोरी और जोड़ों में दर्द के मरीज बढ़ रहे हैं। अस्पताल की ओपीडी से लेकर स्वास्थ्य जांच शिविरों में भी कमर और जोड़ों के दर्द के मरीजों की तादाद सबसे ज्यादा पाई जा रही है। उन्होनंे जोड़ों के दर्द से पीडि़त मरीजों को हर जोड़ की कसरत करने के साथ समय पर डॉक्टरी उपचार लेने की हिदायत दी है। डॉक्टर सिंह ने बताया कि माया विहार में लगाये गये स्वास्थ्य जांच शिविर में जांच के लिये आई महिलाओं में एनिमिया की समस्या पाई गई। खान पान में पौशक तत्वों के आभाव के कारण महिलाओं में खून की कमी हो रही है। इसलिये डॉक्टरों ने महिलाओं को पौशक तत्वों से भरपूर भोजन करने की सलाह दी है। विशेषकर गर्भवति महिलाओं को समय समय पर अपनी जांच भी करवानी चाहिये। वहीं बच्चों और बुजुर्गो में डायरिया की समस्या भी देखने को मिली। उल्टी दस्त से पीडि़त मरीजों को साफ सुथरा पेयजल और खान पान लेने की सलाह दी है। डॉक्टर सिंह ने बताया कि बरसाती सीजन में पीने के पानी को उबाल कर पीना चाहिये ताकि शरीर पूरी तरह स्वस्थ रह सके क्योंकि पानी से ही इन दिनों में काफी बिमारियां होती है। इस मौके पर माया विहार विकास समिती के संस्थापक कृष्णवीर राठौर, हरिमोहन धाकरे,अजय सिंह और खजान सिंह के साथ समिती के काफी पदाधिकारी भी मौजूद रहे।



