बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
खेलों में दमखम दिखाकर प्रदेश व देश का नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों की कमाई का 33 फीसद हिस्सा खेल परिषद में देने के फरमान की कांग्रेस पंचायती राज प्रकोष्ठ महासचिव सतपाल राठी ने कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने की बजाय उनके मनोबल को तोडऩे का काम कर रही है। कांग्रेस सरकार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कारगर खेल नीति बनाई थी। इससे खेलों के प्रति जहां
खिलाडिय़ों में उत्साह जागा था तो वहीं उन्हें पूरा मान-सम्मान व नौकरियां भी मिली थी, लेकिन भाजपा सरकार की ओर से हर रोज खेल नीति में बदलाव कर खिलाडिय़ों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। इससे खिलाडिय़ों व आमजन में सरकार के प्रति रोष बना हुआ है।
पत्रकारों से बातचीत में सतपाल राठी ने कहा कि भाजपा शासनकाल के दौरान खेल विभाग की ओर से तो तुगलकी फरमान जारी किया गया था उससे खिलाडिय़ों का मनोबल गिरा है। खेल विभाग के गलत फैसले से खिलाडिय़ों में रोष पनपा हुआ है। नया नियम खिलाडिय़ों का मजाक बना रहा है। खिलाडिय़ों को रोजगार देने व प्रोत्साहित करने की बजाए सरकार उनके हक को मारने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को अपनी कमाई का 33 फीसद हिस्सा खेल
परिषद में देना कहा तक उचित है। सरकार गलत मंशा के चलते खिलाडिय़ों के साथ कुठाराघात कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के गलत फैसले का उभरते हुए खिलाड़ी भी विरोध कर रहे हैं। राठी ने कहा कि जब कांग्रेस का शासनकाल था और चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा का राज था तो उस दौरान बनाई गई खेल नीति का दूसरे प्रदेशों ने भी अनुशरण किया था। सैकड़ों बेरोजगार खिलाडिय़ों को उनके पदकों के हिसाब से योग्यता आधार पर नौकरी दी गई थी। लेकिन भाजपा की मनोहर लाल
सरकार नौकरी देना तो दूर खिलाडिय़ों के हक को छीनने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को अपनी कमाई का एक तिहाई हिस्से को खेल परिषद में देने के निर्णय से खिलाड़ी एवं प्रशसंक नाखुश है। जहां वे हरियाणा सरकार की नौकरी करने से बचते नजर आएंगे वहीं हॉल में नौकरी कर रहे खिलाड़ी भी इस गलत फैसले के चलते नौकरियों को छोडऩे का मन बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार खिलाडिय़ों का अपमान कर रही है। ऐसे में प्रदेश के सीएम मनोहरलाल व खेल मंत्री अनिल विज को खिलाडिय़ों से माफी मांगनी चाहिए। यही नहीं सरकार को नोटिफिकेशन तुरंत वापस लेना चाहिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राठी ने पूर्व सीएम चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए पदक लाओ-पद पाओ नीति बनाकर खिलाडिय़ों के मनोबल को बढ़ाने का काम किया था, जबकि भाजपा सरकार उनके मनोबल को तोडऩे का काम
कर रही है। इससे खिलाडिय़ों व अन्य लोगों में सरकार के प्रति रोष बना हुआ है।
-फोटो कैप्शन : भाजपा सरकार की खेल विरोधी नीति को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सतपाल राठी।