बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
शहीद भगत सिंह ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष यादवेंद्र सिंह का बहादुरगढ़ में बिग्रेड के सदस्यों ने फूलमालाओं से जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर बिग्रेड के सदस्यों ने शहीदों के गगनभेदी जयकारें लगाए। इस अवसर पर मौजूद सदस्यों को संबोधित करते हुए यादवेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र व प्रदेश की सरकार भी आज तक शहीद भगत सिंह, शहीद चंद्र शेखर आजाद, राजगुरू, सुखदेव, उधम सिंह सहित अंसख्य शहीदों को सरकारी स्तर पर शहीद का दर्जा देने में नाकाम साबित हुई है। देश की सत्ता में आई सरकारों ने ब्रिगेड से शहीदों को सरकारी दर्जा दिलाने की मांग की मगर सभी सरकारों ने सिर्फ आश्वासन ही दिया किसी भी सरकार ने आजादी के आंदोलन में अपना सब कुछ न्यौछावर करने वाले असंख्य वीरों को शहीद का दर्जा देना भी उचित नही समझा। यादवेंद्र सिंह ने बहादुरगढ़ ब्रिगेड के सदस्यों को शहीद भगत सिंह द्वारा जेल में लिखी गई जेल डायरी भी भेंट की।
दिल्ली में बने शहीदों के नाम का संग्रहालय
यादवेंद्र ने कहा कि आज देश की सरकार क्रांतिकारी शहीदों को भुलाने में लगी है। शहीद भगत सिंह ब्रिगेड ने मुहिम शुरू करते हुए दिल्ली में एक शहीद संग्रहालय बनाने की मांग की है। जिसमें देश के हर स्वतत्रंता सेनानी के जीवन से संबंधित पूरी जानकारी उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि भगत सिंह ब्रिगेड की और से क्रांतिकारी शहीदों को संवैधानिक रूप से शहीद का दर्जा दिलवाने, शहीदों की जीवनियांं को प्राथमिक स्कूल से कालेज तक पाठयक्रम में शामिल करवाना। सरकारी योजनाओं व राजमार्गों के नाम शहीदों के नाम पर रखवाने, देश की करंसी पर शहीदों के चित्र लगाने व शहीदों के वंशजों की आर्थिक स्थिती को मजबूत बनाने की मांग उठाई जा रही है। जिसे पूरा करवाने के लिए ब्रिगेड प्रयासरत है।
शहीदों की प्रतिमाएं लगाने का बना वल्र्ड रिकार्ड
यादवेंद्र सिंह ने बताया कि 23 मई को सिरसा जिले के 13 गांवो में मात्र 11 घंटों में शहीद भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, चंद्र शेखर आजाद, उधम सिंह की 16 प्रतिमाएं स्थापित करके इस कार्य को गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज कराया गया है। इस अवसर पर पूर्व नप प्रधान कर्मबीर राठी, ब्रिगेड के शाखा अध्यक्ष संजीव मलिक, भरत नागपाल, रमेश राठी, सुशील राठी, पार्षद प्रवीन छिल्लर, मुकेश पांचाल, प्रवीन कुमार, सुमित राठी, संजय परनाला, दीपक दूहन, सुमित कुमार, अमित, विपिन अग्रवाल, गौरव सैनी, ललीत यादव, सहित अनेक सदस्य मौजूद रहे।
