बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
उपमंडल विधिक सेवाएं समिति के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे लीगल लिटरेसी क्लब के तहत बराही रोड स्थित विवेक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सभागार में विद्यार्थी कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया। उपमंडल विधिक सेवा समिति के सदस्य सत्येंद्र दहिया ने मुख्य वक्ता के रूप में कानूनी जागरूकता शिविर का शुभारंभ करते हुए क्लब के सदस्यों को कानूनी अधिकारों से अवगत कराया। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान की धारा 14 व 18 के तहत समता के अधिकारों (मूल अधिकारों) और धारा 51ए के तहत संबंधित मूल कर्त्तव्यों के बारे में विद्यार्थियो को जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समता का अधिकार, राज्य धर्म,जाति, लिंग व जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण द्वारा गरीब एवं कमजोर वर्ग के लोगों को नि:शुल्क कानूनी सेवाएं दी जा रही है।इन सेवाओं का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने एवं उन्हें जागरूक करने के लिए प्राधिकरण इस तरह के कानूनी शिविरों का आयोजन कर रहा है। जिनका उद्देश्य है, न्याय सबके लिए। उन्होंने छात्र एवं छात्राओं से सीधा संवाद स्थापित करते हुए कहा कि वे इस तरह के शिविरों में भाग लेकर अपने कानूनी अधिकारों की जानकारी लेकर सचेत एवं जागरूक बनें ताकि कोई उनके अधिकारों का हनन न कर सके। उन्होंने सभागार में उपस्थित छात्र एवं छात्राओं को पोक्सो एक्ट, लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम 2012 के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यौन शोषण अपराधों का बढना चिंता का विषय है,इसकी रोकथाम के लिए सभी को अपने स्तर पर गंभीरता से प्रयास करने होंगे। उन्होंने दुर्घटना हेल्प लाइन नम्बर 1073 एवं महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 के बारे में विससे जानकारी दी। अपने संबोधन में स्कूल के प्रबंधक सुरेन्द्र दलाल ने जागरूकता शिविर को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आगे भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते रहने चाहिए। इस तरह के जागरूकता शिविर में विद्यार्थी वर्ग बहुत कुछ सीखता है जो कि उसके जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्कूल प्राचार्या प्रोमिला दलाल ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम निश्चित रूप से छात्र एवं छात्राओं के लिए बहुत प्रेरणादायक व शिक्षाप्रद रहेगा।इस अवसर पर क्लब की संयोजिका मंजू वशिष्ठ सहित विद्यालय का पूरा स्टाफ मौजूद रहा।
