बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
इंटरनेशनल सेंटर फॉर कल्चर एंड एजुकेशन संस्था की तरफ से हरियाणा के लिए गीताश्री सैनी पुत्री नरेश कुमार सैनी को कलाइमेंट कॉउसलर नियुक्त किया गया है। गीताश्री सैनी ने अपनी स्कूली शिक्षा शहर के बाल भारती स्कूल व उच्च शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सटी से विज्ञान विषय में प्राप्त की है। गीताश्री का मानना है कि पर्यावरण को बचाने का कार्य केवल सरकारों का नहीं है, बल्कि हर कोई अपने छोटे-छोटे प्रयासो से बहुत कुछ बदलाव ला सकता है। गीताश्री का कहना है कि होंसले बुलंद हो तो हर मंजिल आसान हो जाती है, छोटी टहनियों कि बिसाल क्या, बरगद को भी हिलाया जा सकता है।
यूनाइटेड नेशनस, वल्र्ड बैंक व भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा ग्रीन रेव्यूलेशन कोर्स में उन्होंने 30 सदस्यों को इस अभियान के लिए सफलतापूर्वक सम्मिलित किया। इस अभियान में सैनी ने रिसाइकिल पेपर से बनी पेंसिल व उसके साथ बीज आरोपण किये गये। गीताश्री सैनी ने स्कूलों व कॉलेजों में जाकर भी पर्यावरण को साफ -सुथरा रखने के लिए सहयोग मांगा व भविष्य में एकजुट कार्य करने के लिए एक संकल्प भी करवाया। गीताश्री सैनी ने अच्छा कार्य करने पर सदस्यों को इंटरनेशनल सर्टिफिकेट भी दिए। सर्टिफिकेट पाने वालों में सुरभी दहिया, दीपिका सैनी, समीर राठी, सिद्दार्थ, काजल, चेतना सैनी, सीमा सैनी, दीपक छिक्कारा, साहिल सैनी, नेहा बतरा, रितुराज राठी, बबीता रानी, सुनील, पिंकी, मोनिका सहरावत, जीतिका, करूणा, पुष्पेंद्र, आकाश, रिचा, अवनीश आदि रहे। गीताश्री का कहना है कि अगर हमने अभी प्रकृति को नहीं बचाया तो आने वाली पीढिय़ों के लिए जीवन कठिन हो जाएगा। सैनी ने बताया कि उन्हे समाजसेवा की प्रेरणा अपने माता-पिता से मिली, जो हर वर्ष जन्मदिन पर बच्चों से पौधारोपण करवाते हैं। गीताश्री ने इसी अपने संदेश के माध्यम से कहा कि नजर को बदलो तो नजारे बदल जाते हैं, सोच को बदलो तो सितारे बदल जाते हैं। गीताश्री ने सभी को मिलकर पर्यावरण बचाने और आगामी 22 अप्रैल को धरती दिवस पर अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का भी आह्वान किया।
