बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
हरियाणा प्रदेश में बेटियों, महिलाओं के साथ बढ़ रही दुराचार के अलावा हत्या व अन्य आपराधिक घटनाओं से लोगों में भय का माहौल बन रहा है। लेकिन सरकार की ओर से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर कोई सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे बल्कि भाजपा अपने कार्यक्रमों तक सीमित होकर रह गई है। दिनोंदिन बढ़ती वारदातों से आमजन अब अपने को असुरक्षित महसूस करने लगा है। ऐसे में सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। यह कहना है प्रदेश महिला कांग्रेसमहासचिव एवं वार्ड 30 से पार्षद डा. नीना सतपाल राठी का।
पत्रकारों से बातचीत में डा. नीना ने कहा कि एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं की मुहिम चला रही है लेकिन दूसरी तरफ उनकी सुरक्षा व पढ़ाई को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रही। उनके साथ अन्याय, अत्याचार हो रहे है और दरिंदे उनके साथ दुराचार करने से भी पीछे नहीं हट रहे। ऐसे में अब बेटियां अपने को असुरक्षित मानने लगी है। महिला सुरक्षा के नाम पर सरकार नाकाम साबित हो रही है। उनके साथ अभद्र व्यवहार, छेड़छाड़ व दुराचार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही। कानून व्यवस्था का दिवाला पीटा हुआ है। प्रदेश में लगातार आपराधिक वारदातों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है और सरकार उन पर अंकुश लगाने में नाकाम है। आए दिन गैंगरेप, हत्या, लूटपाट, स्नेचिंग व दूसरी अन्य आपराधिक वारदातें हो रही है लेकिन अपराधियों में कानून का कोई खौफ नहीं दिखाई दे रहा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार केवल वायदों व संस्थाओं के नाम बदलने, चर्चा, भोजन व विश्राम तक सीमित होकर रह गई है। कांग्रेस नेत्री ने कहा कि प्रदेश में दिल-दहला देने वाली वारदातें व मानवता को कलंकित करने का काम हो रहा है लेकिन सरकार मूक दर्शक बनकर रह गई है। कानून व्यवस्था बनाए रखने में सरकार असहाय है और केवल लकीर पीटते का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जब केंद्र व प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तो बेटियां, महिलाएं व आमजन अपने को सुरक्षित मानते थे। अपराधियों का खौफ नहीं था। सुशासन था और जनहित में उचित कदम उठाए जाते थे। यही नहीं प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री थे तो हरियाणा खेलों व प्रति व्यक्ति आय में नंबर वन था। लेकिन जब से भाजपा की सरकार बनी है तभी से यह प्रदेश अपराधों में नंबर वन बनकर रह गया है। जगह-जगह घिनौने क्राइम सामने आ रहे है और यहां तक कि पीडि़तों की जल्द सुनवाई तक नहीं हो पाती। अपनी फरियाद लेकर वे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के पास चक्कर काटते रहते है लेकिन उसके बाद भी उन्हें केवल आश्वासन ही मिलता है। सरकार महिलाओं व आमजन की सुरक्षा को लेकर कोई उचित कदम नहीं उठा रही बल्कि आयोजनों, बैठकों व चर्चाओं तक ही सीमित होकर रह गई है। जनविरोधी नीतियों, बढ़ते क्राइम ग्राफ से लोगों में सरकार के प्रति रोष है। आगामी चुनाव में लोगउन्हें सत्ता से बाहर करने का काम करेंगे और फिर से सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखने
वाली कांग्रेस की ही सरकार बनाएंगे।
-फोटो कैप्शन: डॉ. नीना सतपाल राठी।