बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
शहर के लगभग सभी पार्षद अपने वार्ड केविकास को लेकर समर्पित हैं। लेकिन गत एक वर्ष से शहर का विकास करवाने में पूरी तरीके से विफल रही चेयर पर्सन विभिन्न वार्डों में जाकर पार्षदों पर अभद्र टिप्पणी कर अपनी खीज मिटा रही है। यह बात शहर के आधा दर्जन से अधिक पार्षदों ने सोमवार को आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता में कही।
पार्षद रमन यादव, गुरदेव सिंह राठी, संदीप कुमार, शशि कुमार, सतपाल राठी, सोनू हुड्डा और पूर्व पार्षद वजीर राठी ने कहा कि कभी किसी वार्ड में तो कभी किसी वार्ड में उद्घाटन या शिलान्यास के नाम पर महज राजनीति करने के अलावा चेयरपर्सन ने बीते 1 साल में कोई विकास कार्य नहीं करवाया। अपने-अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर लगभग सभी पार्षद बार-बार चेयरपर्सन से गुहार लगा कर थक चुके हैं। लेकिन नगर परिषद में भेदभाव तथा भ्रष्टाचार इस कदर हावी है कि कोई काम करने की बजाए महज पार्षदों को बदनाम करने के औच्छे प्रयास किए जा रहे हैं। नगर परिषद में विकास के नाम पर लूट और झूठ की राजनीति चल रही है। जिससे जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि भी तंग आ चुके हैं। लगभग सभी पार्षदों ने अपने वार्डों के विकास के लिए विभिन्न कार्यों के प्रस्ताव अब तक हुई तीनों बैठकों में रखें हैं, लेकिन पहली बैठक को हुए 1 साल बीत जाने के बाद भी वे काम नहीं हुए। पार्षदों को विकास विरोधी बताने वाली चेयरपर्सन ने 16 दिसंबर 2016 को चार्ज संभालते ही करीब साढ़े 3 करोड़ रूपए के विकास कार्यों के टेंडर रद्द कर स्वयं की विकास विरोधी मानसिकता दर्शा दी थी। प्रशासक कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए विकास कार्यों का झूठा श्रेय लेने की बजाय चेयरपर्सन ने अब तक कुछ नहीं किया। स्ट्रीट लाइटों से लेकर सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति में सिवाय भेदभाव और भ्रष्टाचार के कुछ भी नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में करीब 110 फुट चौड़ी ड्रेन की मलकियत बिना किसी भुगतान के नगर परिषद के नाम की गई। मगर अब कुछ छुटभैया नेताओं के कब्जे को संरक्षण देते हुए ड्रेन की चौड़ाई 80 फुट तक समेट दी गई, जो शहर की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा है। शहर में सफाई के नाम पर हर महीने लाखों रूपए का घोटाला हो रहा है। यही नहीं स्ट्रीट लाइट घोटाले में नगर परिषद को लाखों रुपए का चूना लगाया गया। सरेआम नगर परिषद की जमीन पर कब्जे हो रहे हैं और चेयरपर्सन उस पर कार्रवाई करने की बजाय पार्षदों को बदनाम करने की औच्छी राजनीति कर रही है। उन्हें भेदभाव और भ्रष्टाचार छोडक़र शहर के विकास पर ध्यान देना चाहिए।
-फोटो कैप्शन: विकास कार्यों में अनदेखी व अन्य मु्द्दों को लेकर पत्रकारों से बातचीत करते शहर के कई वार्ड पार्षद व प्रतिनिधि।