बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
देश की आजादी के लिए अपना जीवन तक देश पर कुर्बान करने वाले अमर शहीदो की बदौलत ही आज हम सब आजाद भारत की खुली हवा में सांस ले रहे हैं। हम सदैव उन शहीदों के ऋणी रहेंगे। यह बात शहीद भगत सिंह ब्रिगेड के सदस्यों ने ब्रिगेड कार्यालय में अमर शहीद करतार सिंह सराभा को पुण्यतिथि पर नमन करते हुए कहीं। ब्रिगेड के सदस्यों ने शहीद करतार सिंह सराभा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धाजंलि दी। इस अवसर पर ब्रिगेड के शाखा अध्यक्ष संजीव मलिक ने बताया कि अमर शहीद करतार सिंह सराभा को अंग्रेजी हकूमत ने मात्र साढ़े 19 साल की उम्र में ही 16 नवंबर 1915 को फांसी पर चढ़ा दिया था। बता दें कि करतार सिंह सराभा अमेरिका पढऩे गए थे तों वहां पर अंग्रेजी समुदाय के लोगों ने ताना दिया कि तुम्हारा देश भारत तो गुलाम है तुम पढ़कर क्या करोगे। यहीं से
करतार सिंह सराभा ने प्रण लिया कि वह भारत को आजाद कराने का काम करेंगे और उन्होंने अमेरिका में यह गीत गाया था कि देश में चलो….। करतार सिंह सराभा के इस गीत से प्रेरित होकर काफी युवा अमेेरिका से भारत लोट आए और उनके साथ आजादी के आंदोलन में सक्रिय हो गए।
मालिक ने बताया कि भगत सिंह भी अमर शहीद करतार सिंह सराभा को अपना आदर्श मानते थे तथा उनकी फोटो सदैव अपने साथ अपनी जेब में रखते थे। इस अवसर मौजूद मंच के सदस्यों ने रोष जताते हुए कहा कि देश की आजादी से लेकर आज तक केंद्र सरकार ने आजादी के आंदोलन में अपना सब कुछ कुर्बान करने वाले ज्ञात -अज्ञात अमर शहीदों का नाम भी शहीदों की संवैधानिक सूची में शामिल नहीं किया है, जो की बहुत दुखद विषय है। शहीद भगत सिंह ब्रिगेड देश की आजादी में शहीद होने वाले सभी ज्ञात अज्ञात अमर शहीदों का नाम सरकार द्वारा जारी संवैधानिक सूची में दर्ज कराने के लिए लडाई लड रहा है। इस अवसर पर प्रदीप जून, रमेश राठी ,रामनिवास जेई, रामकुमार दलाल, बिजेंद्र राठी, शमशेर राठी ,भारत नागपाल, सुशील राठी, रमन शर्मा, चांदी राम ,वीरेंद्र आर्य सहित ब्रिगेड के अनेक सदस्यों ने अमर शहीद करतार सिंह सराभा को पुण्यतिथि पर नमन करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
फोटो कैप्शन:-अमर शहीद करतार सिंह सराभा को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन करते हुए शहीद भगत सिंह ब्रिगेड के सदस्य।