बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
इंडियन नेशनल लोकदल के महासचिव चौधरी अभय सिंह चौटाला आज टिकरी बॉर्डर पर किसानों को अपना समर्थन देने पहुंचे। जिसमें अभय सिंह चौटाला ने किसानों के सम्मान को ऊपर रखते हुए स्टेज पर ना जाकर जमीन पर बैठकर धरना दिया। उन्होंने कहा कि यदि मेरे इस्तीफे से किसानों को लाभ होता है तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि इनेलो हर मौके पर किसानों के साथ खड़ी है और इन काले कानूनों के खिलाफ भी किसानों का पूर्ण साथ देगी।
उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल किसानों के नाम पर वोट तो हासिल कर लेते हैं लेकिन समय आने पर किसानों का साथ नहीं देते और ना ही उनके हकों की आवाज उठाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार केवल किसानों को बहकाने का काम कर रही है सरकार को यदि किसानों की हक की ही बात करनी है तो इन काले कानूनों को तुरंत प्रभाव से रद्द करें। चौटाला ने कहा कि इनेलो किसानों की आवाज लगातार उठाती रहेगी और किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनके हकों की लड़ाई लड़ेगी।
उन्होंने किसानों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि अभी भी समय है केंद्र सरकार गंभीरता दिखाते हुए तुरंत कृषि कानूनों में बदलाव कर फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी और एमएसपी पर फसल न खरीदने वालों के खिलाफ सजा का प्रावधान करने की किसानों की मांग को पूरा करे ताकि किसी और किसान को अपनी जान न गंवानी पड़े।
इनेलो नेता ने कहा कि आंदोलन के दौरान अन्नदाता द्वारा दी गई शहादत बेकार नहीं जाएगी। केंद्र की सरकार को अन्नदाता के सामने झुकना पड़ेगा और कृषि कानूनों में बदलाव कर किसानों की मांगों को मानना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है जिसकी 70 फीसदी आबादी कृषि पर निर्भर है और इससे बड़ी विडंबना क्या होगी कि केंद्र सरकार औद्योगिक क्षेत्र को तो बड़े-बड़े पैकेज देती है लेकिन किसानों को उसके उत्पाद का उचित मुल्य देने के बजाय काले कानून थोप कर उन्हें बर्बाद करने पर तुली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश व देश की तरक्की में किसानों का हमेशा अहम योगदान रहा है इसलिए सरकार को किसानों के प्रति अपनी सोच बदलनी पड़ेगी। उनके साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती, प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी,महिला नेत्री सुनैना चौटाला,महिला प्रदेश अध्यक्ष सुमित्रा देवी, पूर्व विधायक रणबीर मंदौला, पूर्व विधायक नरेश शर्मा, पूर्व विधायक ओमप्रकाश, पूर्व विधायक रामफल कुंडु के अलावा सैंकडों इनेलो नेताओं ने भी किसानों को अपना समर्थन दिया।