बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की 113वीं जयंती के उपलक्ष्य में रविवार को भगत सिंह मैत्री संस्था द्वारा शहर के ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल में एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कोरोना महामारी संक्रमण के बावजूद रक्तदाताओं ने उत्साह के साथ रक्तदान किया और शिविर में 86 रक्तदाताओं ने रक्तदान का पुण्य अर्जित किया जिनमें दोनों पैरों से दिव्यांग रविन्द्र भी शामिल रहे जिन्होंने व्हीलचेयर से शिविर में पहुंच कर रक्तदान हेतु गज़ब का हौंसला दिखाया। शिविर में रक्त का संचय ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के ब्लड बैंक की टीम द्वारा किया गया।
शहीद-आज़म भगत सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद विधिवत रूप से रक्तदान शिविर का शुभारंभ करते हुए अस्पताल के निदेशक डॉ. मनीष शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि सभी स्वस्थ व्यक्ति अपने जीवन में एक बार तो रक्तदान अवश्य करें, क्योंकि इंसान द्वारा दिया गया रक्त किसी का अनमोल जीवन बचानें में सहायक साबित होता है। उन्होंने कहा कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 18 से 65 वर्ष हो रक्तदान कर सकता है। उन्होंने बताया कि हर तीन माह के अंतराल में रक्तदान किया जा सकता है। रक्त दाताओं को बैज लगाकर सम्मानित करते हुए भगतसिंह मैत्री संस्था के प्रधान प्रदीप यादव ने कहा कि रक्तदान करना एक महान पुण्य का कार्य होता है, क्योंकि हमारे द्वारा किया गया रक्तदान जिंदगी और मौत से जूझ रहे किसी भी व्यक्ति को नया जीवनदान देने में सहायक साबित होता है। ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के ब्लड बैंक की इंचार्ज सुमन शर्मा ने सभी रक्तदाताओं और मेहमानों का शिविर में पधारने पर आभार प्रकट किया। संस्था की ओर से सभी रक्तदाताओं को रक्त यौद्धा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
रक्तदान शिविर में भगत सिंह मैत्री संस्था के समस्त पदाधिकारियों और सदस्यों के अलावा पार्षद मोनिका गजानंद गर्ग, पार्षद प्रतिनिधि राजेश खत्री, शिक्षाविद डॉ. अंजू अग्रवाल, सत्येन्द्र दहिया, नीरज गौतम, सुखपाल लाइनमैन, बबीता दहिया, गीता दरोलिया, मोहित भगत, भारत नागपाल, ऋषि भारद्वाज, प्रदीप गुप्ता, मास्टर वीरेंद्र, अंजू दहिया, अरुण कुमार, नवीन कुमार, सुनील, मंजीत दहिया, संजीव शर्मा, डॉ. एस. के. मुद्गल आदि मौजूद रहे।
फोटो-1: रक्तदान शिविर में रक्तदाता को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हुए डॉ. मनीष शर्मा और भगत सिंह मैत्री संस्था के पदाधिकारी।
संघर्षशील जनकल्याण सेवा समिति को दिया गया पहला मा. विजयपाल स्मृति श्रेष्ठता सम्मान
भगत सिंह मैत्री संस्था के सरंक्षक रहे मास्टर विजयपाल छिल्लर की याद में संस्था ने प्रतिवर्ष श्रेष्ठता सम्मान देने की शुरुआत की है और इस वर्ष पहला मा. विजयपाल स्मृति श्रेष्ठता सम्मान सांखोल गांव की संघर्षशील जनकल्याण सेवा समिति को दिया गया है। समिति ने बीते एक वर्ष में न केवल जनजागरूकता बल्कि शिक्षा, स्वच्छता, पर्यावरण सरंक्षण, जीव सेवा, जल संरक्षण आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किया है। समिति को यह सम्मान स्व. मास्टर विजयपाल छिल्लर जी की धर्मपत्नी श्रीमती संतरा देवी के हाथों दिया गया।
फोटो-2 : सांखोल गांव की संघर्षशील जनकल्याण सेवा समिति को पहला मा. विजयपाल स्मृतिश्रेष्ठता सम्मान प्रदान करते हुए भगत सिंह मैत्री संस्था के पदाधिकारी।
