बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
केंद्र सरकार की ओर से जारी 3 अध्यादेशों के खिलाफ पिपली में किसान बचाओ-मंडी बचाओ रैली के दौरान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसान-मज़दूरों पर पुलिसकर्मियों द्वारा लाठीचार्ज किये जाने पर इनेलो नेता रामनिवास सैनी समेत युवा शहरी अध्यक्ष अरुण गोयल, वार्ड 31 के पार्षद शशि कुमार और पैक्स बोर्ड मेंबर कपूर सिंह राठी ने सरकार की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर से पीपली में आए किसानों पर लाठीचार्ज करना सरकार की कायरतापूर्ण हरकत हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को फसलों के लिए मिलने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य को खत्म करना चाहती है, साथ ही सीधे बड़ी कंपनियों के साथ डील करके आढ़तियों को भी समाप्त करने का प्रयास कर रही है। जबकि किसानों के लिए आढ़ती एटीएम की तरह हैं, जिनसे अपनी हर जरुरत के लिए वक्त पडऩे पर आर्थिक मदद लेता रहता है। इनेलो नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार कुछ बड़ी कंपनियों को फायदा देने के लिए किसान, मज़दूर और आढ़तियों को खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि कृषि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और करोना काल में भी कृषि ने ही अर्थव्यवस्था को कुछ सहारा दिया है। लेकिन भाजपा राज में किसानों को न तो उचित मुआवजा मिल रहा है और न ही उनको फसलों का ठीक समर्थन मूल्य मिलता हैं। स्वस्थ लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने और विरोध जताने का अधिकार है। जब इन किसान मजदूरों ने विरोध करना चाहा तो सरकार ने अपनी हमेशा की तरह दमनपूर्ण कार्रवाई शुरू कर दी। इतना ही नहीं, इस जन विरोधी सरकार ने प्रदर्शन के लिए आये किसानों पर लाठीचार्ज भी किया। इनेलो इसकी कड़ी निंदा करती है और किसान मज़दूरों और आढ़तियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करेगी। भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार किसान विरोधी सरकार है । उन्हें किसान, गरीब, मजदूर और व्यापारी वर्ग से कोई मतलब नही है
