बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
वही जीते हैं जो दूसरों के लिए जीते हैं..। स्वामी विवेकानंद जी के अमृत वचन से प्रेरित होकर आज हजारों लोग संकट की घड़ी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यह कहना है युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं कानून के विद्यार्थी अमनदीप भारद्वाज का। अमनदीप भारद्वाज ने कहा कि कोरोना महामारी ने देश दुनिया को अभूतपूर्व संकट और अनिश्चिताओं में लाकर खड़ा कर दिया हैं। यूँ तो हर कोई इससे प्रभावित हैं, लेकिन सबसे ज्यादा संकट परेशानी जिसे हो रही है तो वो गरीब, मजदूर, किसान को हुई हैं। कोरोना महामारी के चलते करोड़ो लोगों का जीवन अंधकार में हैं, संकट के बादल हैं, अनिश्चिताओं से भरा भविष्य हैं। अमनदीप भारद्वाज ने कहा कि डॉक्टर, सफाई कर्मचारी, पुलिस के अथक परिश्रम से हम कोरोना की लड़ाई से जीत जाएंंगे ,लेकिन कोरोना के बाद भी बहुत संकट पैदा होंगे, उन्हीं संकटो का चिंतन करके और कुछ समाधान लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अमनदीप भारद्वाज ने ‘स्प्रैड होप’ नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया हैं। वर्तमान में जिसके माध्यम से गरीबों को राशन, डॉक्टरों को पीपीई किट वितरण का काम किया जा रहा हैं। इसके अलावा बहादुरगढ़ के जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए एक (बुक बैंक) की व्यवस्था की हैं। इस बुक बैंक में अभी तक 100 से अधिक व्यक्ति उसमें अपनी पुरानी पुस्तकें दान करने के लिए पंजीकरण कर चुके हैं। बुक बैंक.. असल में पुरानी पुस्तकों का सदुपयोग करके जरुरतमंद विद्यार्थियों को वितरण करेगा। ये न केवल विद्यार्थियों के लिए सहायक होगा बल्कि गरीब परिवारों का बोझ भी हल्का करेगा। युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं कानून के विद्यार्थी अमनदीप भारद्वाज ऐसे कई अनेक प्रकल्प ‘स्प्रैड होप’ के माध्यम से चलाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं, जिनका उद्देशय अंधकार में प्रकाश लाने का हैं। निराशा को मिटा कर एक नई आशा जगाने का हैं।
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