बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
जलने से नष्ट हुई फसल के मुआवज़ा की मांग पर आंदोलन कर रहे किसानों ने मुआवज़ा को लेकर अखबारों में छपी खबर को गंभीरता से लिया है। किसान 3 मई से रमेश दलाल के नेतृत्व में अपनी नष्ट हुई फसल व अन्य नुकसान के भरपाई के लिए मांडौठी गांव में धरने पर बैठे है। किसानों ने रविवार को महापंचायत कर सरकार को 10 मई शाम 4 बजे तक मुआवज़ा वितरण का अल्टीमेटम दे दिया था। ऐसे में जब किसान सरकार के जवाब का इंतज़ार कर रहे थे, अखबारो के माध्यम से सूचना मिली कि अधिकारियों ने कुछ किसानों को बुलाकर मुआवज़े के स्वीकृति पत्र दे दिए है। इस खबर से आंदोलन में नया मोड़ आ गया व किसानों ने चौ. भूप सिंह दलाल के नेतृव में धरनास्थल पर पंचायत कर नए हालातों पर चर्चा की।
पंचायत ने खबर का खंडन किया व चौ. भूप सिंह दलाल ने कहा कि सरकार किसान आंदोलन में फुट डालने की कोशिश कर रही है। डी.आर.ओ व उपयुक्त द्वारा पंचायत के प्रतिनिधि को ना बुलाकर सिर्फ कुछ किसानों को अपने कार्यलय में बुलाना इसी बात का तरफ इशारा करता है। मातन गांव का उदहारण देते हुए मातन के पांडु प्रधान ने बताया कि जहां एक तरफ अखबार में छपा है कि मातन गांव के किसानों को स्वीकृति पत्र मिल गए है वही दूसरी तरफ मातन गांव के ही काफी किसानों के मुआवज़े को लेकर कोई करवाई नही हुई है। रमेश दलाल ने लकड़ियां गांव के सूरजमल व सांखोल गांव के गुरदीप का उदहारण देते हुए बताया कि कुछ किसानों के तो अभी आवेदन भी नही लिए गए है। रमेश दलाल का कहना है कि सरकार के चयनात्मक रवैया (selective approach) के पीछे किसान आंदोलन को विभाजित कर उसे तोड़ने की नीयत साफ़ झलक रही है। साथ ही आसौदा गांव के पंडित अत्तर सिंह ने बताया कि कोई भी व्यक्ति पंचायत की तरफ से सरकार से बात करने के लिए अधिकृत नही था तथा जिसने भी सरकार से मिलीभगत कर आंदोलन को तोड़ने की कोशिश की है, पंचायत उस पर कड़ी करवाई करेगी। इस विषय को लेकर, कल फिर से, दलाल खाप की पंचायत बुलाई गई है।
इस नए घटनाक्रम के बाद किसान अपने फैसले पर अडिग नज़र आए। छारा गांव के कैप्टन जीत दलाल ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा ‘मुआवज़ा मंजूरी’ की बातें केवल नौटंकी है व मुआवज़ा वितरण के बाद ही किसान आंदोलन को वापिस लेंगे। किसानों का कहना है कि आंदोलन को रविवार की महापंचायत में 2982 गांवो का समर्थन मिला था इसलिए सरकार को पूरे हरियाणा के किसानों को 10 मई शाम 4 बजे तक मुआवज़ा बांटना पड़ेगा। अगर तब तक सरकार ने मुआवज़ा वितरण नही किया तो किसान तीन बड़े कदम उठाएंगे। पहला, मांडौठी गांव से गुज़रने वाली गुरुग्राम नहर का पानी रोक दिया जाएगा। दूसरा, 12 मई को होने वाले लोक सभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ मतदान करने का फतवा जारी किया जाएगा। तीसरा, पंचायत में झूठा वायदा करने के लिए कृषि मंत्री को दंडित किया जाएगा।
चौ. भूप सिंह दलाल की अध्यक्षता में हुई पंचायत में आज मुख्य रूप से मांडौठी गांव से लाल सिंह, राम कुवार, कृष्ण, श्री, जगदीश, राय सिंह, आसौदा गांव से कपूरे प्रधान आसौदा नौ गामा, पंडित अत्तर सिंह, सुरजे हुडी, जय सिंह प्रधान दादा भूड़ा मंदिर, छारा से कैप्टन जीत, तारीफ़, कुलदीप, कैप्टन सुंदर, मातन से सुखबीर, पांडु, प्रल्हाद, पंडित बिजेंद्र, बौड़ा नंबरदार, सिलौठी से सुभाष, रामफल, सुनील, जाखौदा से दरियाव नंबरदार, चंदरूप, विक्रम, कृष्ण उर्फ भूंडू, विजय, डाबौदा खुर्द से इस्सी, ढिल्लू प्रधान, राजेन्द्र पहलवान, मेहंदीपुर डाबौदा से सुरेन्द्र, रविंदर, रवि, रेवाड़ी खेड़ा से समुंदर सरपंच, बीरेंदर, धर्म आदि उपस्थित रहे।
फ़ोटो कैप्शन: पंचायत को संबोधित करते दलाल खाप प्रधान चौ. भूप सिंह दलाल