बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
खड़ी फसल जलने से नुकसान झेल रहे किसानों ने उचित मुआवज़े की मांग पर महापंचायत कर आरपार की लड़ाई का बिगुल बजा दिया है। क्षेत्र के किसान पिछले 3 दिन से रमेश दलाल के नेतृत्व में मांडौठी गांव में धरने पर बैठे है। किसानों ने अपनी मांगों को पुरज़ोर तरीके से उठाने के लिए आज क्षेत्र के सभी गांवों, सामाजिक संगठनों व खापों की महापंचायत बुलाई थी। दलाल खाप 84 के प्रधान चौ. भूप सिंह के अध्यक्षता में हुई महापंचायत में हज़ारो की संख्या में क्षेत्र की खापों व सामाजिक संगठनों ने हिस्सा लिया। महापंचायत का मंच संचालन कैप्टन मान सिंह दलाल ने किया। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रमेश दलाल ने बताया की आज महापंचायत में दिल्ली, झज्जर,रोहतक, सोनीपत, दादरी, भिवानी, पानीपत, करनाल, कैथल, हिसार, गुरुग्राम, जींद इत्यादि ज़िले के कुल 2982 गांवो का समर्थन मिला है जिसमे 86 गांव दिल्ली देहात के है। महापंचायत में मालिक खाप (गठवाला) से इस्से, महावीर सिंह दहिया प्रधान दहिया खाप, उमेद सिंह देशवाल प्रधान दुल्हेड़ा बारह, मास्टर साहिब सिंह प्रधान छारा चौदहगामा, कपूरे प्रधान आसौदा नौगामा, जय सिंह अहलावत प्रधान अहलावत खाप, गुलाब सिंह प्रधान छिल्लर-छिकारा खाप, कादयान खाप से केदार कादयान प्रधान व बिल्लू कादयान प्रधान, हवा सिंह अंतिल प्रधान अंतिल खाप, महावीर सिंह प्रधान पंवार खाप, कर्मबीर प्रधान श्योराण खाप, नर सिंह महासचिव सांगवान खाप, शमशेर सिंह प्रवक्ता फौगाट खाप, होशियार सिंह प्रधान नंदगढ़ बारह (जींद), राजमल प्रधान जुलाना बारह, ईश्वर सिंह प्रधान दतौली पचगामा, आज़ाद ठेकेदार प्रधान इस्माइला चौदह गामा, जून खाप से नरेश जून, तस्वीर राठी प्रधान राठी खाप, हिसार से निर्मला दहिया, गुरुग्राम से जोगिंदर कटारिया आदि शामिल हुए। साथ ही नांदल खाप, हूडा खाप, महम चौबीसी, रोहतक चौरासी, पाकस्मा चौदह गामा, कुंडल नौ गामा (सोनीपत) आदि ने भी महापंचायत में किसानों की मांगों का समर्थन किया। वही दिल्ली देहात से कैर नौ गामा, मुंडेला चौ गामा, ढांसा बारह, झाडोदा नौ गामा, कंझावला बारह व बवाना बावनी आदि ने महापंचायत में किसानों की मांगों का समर्थन किया।
जैसी उम्मीद जताई जा रही थी, महापंचायत ने किसानों के साथ हो रहे अन्याय के विरोध में आरपार की लड़ाई लड़ने का फैसला ले लिया है। महापंचायत में आए सभी खापों के द्वारा मिलकर तैयार किए गए प्रस्ताव को रमेश दलाल ने महापंचायत की अध्यक्षता कर रहे चौ. भूप सिंह की अनुमति से लोगों के बीच मे रखा, जिसका पंचायत में उपस्थित सभी लोगों ने हाथ उठा कर समर्थन किया और सर्वसम्मिति से फैसला लिया गया। रमेश दलाल ने महापंचायत को बताया कि कृषि मंत्री ने कल धरने पर आ कर किसानों से वायदा किया था कि किसानों की मुआवज़े की मांगें मान ली गई है व चुनाव से पहले ही किसानों को मुआवज़े दे दिया जाएगा। महापंचायत ने सर्वसम्मिति से फैसला लिया है की सरकार को मुआवज़ा वितरण के लिए 10 मई शाम 4 बजे तक का समय दिया गया है। अगर तब तक सरकार ने किसानों को मुआवज़ा वितरण नही किया तो किसान तीन बड़े कदम उठाएंगे। पहला, मांडौठी गांव से गुज़रने वाली गुरुग्राम नहर का पानी रोक दिया जाएगा। दूसरा, 12 मई को होने वाले लोक सभा चुनाव में दिल्ली व हरियाणा की सींटो पर भाजपा के खिलाफ मतदान करने का फतवा जारी किया जाएगा। तीसरा, पंचायत में झूठा वायदा करने के लिए कृषि मंत्री को दंडित किया जाएगा। साथ ही महापंचायत में यह भी स्पष्ट किया गया कि अगर सरकार ने किसानों की मांगें मान ली तो पंचायत, कृषि मंत्री तथा मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी करेगी।
महापंचायत ने फैसला कर रमेश दलाल को आगे कारवाई करने के लिए अधिकृत कर दिया है। अंत मे रमेश दलाल ने कहा कि अब गेंद सरकार के पाले में है। उन्होंने कहा कि अगर व्यापारियों और उद्योगपतियों को नुकसान की भरपाई के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है तो किसानों को क्यो नही। दलाल के कहना है कि कानून के अनुसार भी, किसान के नुकसान की भरपाई की जिम्मेदारी सरकार की है क्योंकि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण खेतों में आग लगी थी। सरकार किसानों के सब्र का इम्तिहान ना ले। ऐसी स्थिति में जब किसानों ने अपने अधिकारों के लिए कमर कस ली है तो आने वाला सप्ताह काफी महत्वपूर्ण होगा।
फ़ोटो कैप्शन: मंच पर बैठे किसान नेता रमेश दलाल व चौ. भूप सिंह दलाल।