बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
छारा ज़मीन अधिग्रहण आंदोलन में जीत के बाद अब 16 मार्च को धन्यवाद महापंचायत कर धरने का समापन किया जाएगा। रमेश दलाल के नेतृत्व में 30 दिन से भी अधिक चले इस आंदोलन में किसानों को बड़ी जीत मिली है व छारा गांव की ज़मीन का रेट पहले के मुकाबले लगभग 3 गुणा बढ़ कर मिल रहा है। गौरतलब है कि जहां पहले सिर्फ 40 लाख प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवज़ा मिल रहा था वही अब 1 करोड़ 11 लाख प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवज़ा मिलना तय हुआ है। 11 मार्च को नए रेट के हिसाब से अवार्डों की घोषणा भी की जा चुकी है।
रमेश दलाल ने बताया कि इस पूरी आंदोलन में विभिन्न खापों का अहम योगदान रहा है। 17 फरवरी को आंदोलन के समर्थन में विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था जिसमे बलजीत सिंह मलिक प्रधान गठवाला (मलिक) खाप, दहिया खाप से अत्तर सिंह प्रधान खांडा बारह व दयानंद पहलवान सिसाना, उमेद सिंह देशवाल प्रधान दुल्हेड़ा बारह, मास्टर साहिब सिंह प्रधान छारा चौदहगामा, कपूरे प्रधान आसौदा नौगामा, शमशेर सिंह खरकड़ा प्रधान महम चौबीसी अठगामा, जय सिंह प्रधान अहलावत खाप, ओमप्रकाश नांदल प्रधान नांदल खाप, तस्वीर राठी प्रधान राठी खाप, बिल्लू पहलवान प्रधान कादयान खाप आदि शामिल हुए थे। साथ ही आंदोलन को लगभग 880 गांव का समर्थन प्राप्त हुआ था। रमेश दलाल का कहना है कि यह आंदोलन खापों व गांव देहात के समर्थन व सहयोग के बिना संभव नही था, इसलिए 16 मार्च को धन्यवाद महापंचायत में सभी सहयोगियों को सम्मानित कर धरने का समापन किया जाएगा। रमेश दलाल ने इस किसान आंदोलन की विशेषता बताते हुए कहा कि जहां एक तरफ आंदोलन को पूर्णतः गैर-राजनीतिक रखा गया वही दूसरी तरफ आंदोलन में सभी राजनीतिक दलों व विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगो ने भरपूर सहयोग दिया। ऐसे में अब सभी खाप प्रतिनिधियों व आंदोलन में साथ देने वाले सभी राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के नेताओ को धन्यवाद महापंचायत का निमंत्रण भेजा जा रहा है।
साथ ही पूरे आंदोलन में मीडिया की भूमिका की बहुत सराहना हुई। मीडिया की सराहना करते हुए रमेश दलाल ने कहा कि मीडिया के सहयोग के बिना आंदोलन का सफल होना संभव नही था। मीडिया ने पूरे आंदोलन में किसानों की आवाज़ को बढ़िया तरीके से उठाया व आंदोलन को घर घर तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई है। इसलिए मीडिया के साथियो का धन्यवाद करने व उन्हें सम्मानित करने के लिए स्पेशल निमंत्रण भेजा जाएगा।
फोटो: धरनास्थल पर किसानो को संबोधित करते रमेश दलाल