बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
वैश्य बी.एड. कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के पहले दिन महाविद्यालय में डेक्लामेशन और एलोकेशन प्रतियोगिताएं करवाई गई, जिसमें छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। डेक्लामेशन प्रतियोगिता में ”वर्तमान में हरियाणा राज्य में लिंगानुपात की स्थिति” विषय पर छात्राओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। जिसमें प्रथम स्थान नीशु यादव, द्वितीय स्थान मोनिका, तथा तृतीय स्थान रवीना व निधि ने प्राप्त किया। एलोकेशन प्रतियोगिता में छात्राओं ने अलग-अलग महान हस्तियों का रूप धारण कर उनके द्वारा दिए गए भाषण को प्रस्तुत किया। इसमें पूजा प्रथम, प्रीति दलाल द्वितीय व दीपिका और संजू तृतीय रही। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर उनकी वंदना के साथ की गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन की सदस्य श्रीमती राजबाला चहल रही। इस अवसर पर कॉलेज के प्रधान श्री सत्यनारायण अग्रवाल व कोषाध्यक्ष श्री शिव नारायण गुप्ता व प्राचार्या डॉ आशा शर्मा ने आए हुए मुख्य अतिथि श्रीमती राजबाला चहल व अतिथि श्रीमती लतिका दहिया और कमलेश बालयान का माला, पटका, स्मृति चिन्ह व पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। तत्पश्चात महाविद्यालय की बी.एड. प्रथम वर्ष की छात्राओं माधुरी राठी, प्रियंका, प्रीति दलाल, दीपिका, रेनू, पूजा, अंजली, मीनू, पूजा, योगिता, शिवानी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का संदेश देने वाली एक लघु नाटिका का मंचन किया। इसके पश्चात वैश्य बी.एड. कॉलेज के प्रधान श्री सतनारायण अग्रवाल जी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि समाज में पहले महिलाओं को कोई अधिकार प्राप्त नहीं होते थे, वे अनेक तरह से पीड़ित थी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए यू.एन.ओ. ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कदम उठाए। आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। वे आर्मी, वायुसेना में शामिल होकर देश की सेवा कर रही हैं। उन्होंने बताया कि यह संस्था केवल 5 छात्राओं को शिक्षित करने के साथ शुरू हुई थी, जिसकी संख्या आज सैकड़ों हो चुकी है। उन्होंने सभी छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी देश महिलाओं की उन्नति के बिना प्रगति नहीं कर सकता। उन्होंने सभी छात्राओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। इसके पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ आशा शर्मा ने सभी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि केवल यह एक दिन ही महिलाओं का दिन नहीं है, अपितु प्रत्येक दिन ही महिलाओं का दिन है। सरकार और मीडिया आज बहुत दावे करते हैं कि आज की महिलाएं बहुत सशक्त हैं, परंतु धरातल पर आज भी सभी महिलाएं सशक्त नहीं है। उन्हें अपने निर्णय स्वयं लेने की स्वतंत्रता प्राप्त नहीं होती। उन्होंने कहा कि आज की महिलाओं को अबला न बनकर सबला बनना चाहिए। महिलाओं को मुश्किलों से डरना नहीं चाहिए अपितु उनका डटकर सामना करना चाहिए। देश की प्रगति के लिए जरूरी है कि देश की महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलें। प्रबंधन समिति के सदस्यों व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ आशा शर्मा को उनकी अतुलनीय उपलब्धियों के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया। इसके पश्चात महाविद्यालय के नॉन टीचिंग स्टाफ से श्रीमती नीतू जैन व सुश्री खुशबू को भी विशेष सम्मान दिया गया, जबकि टीचिंग स्टाफ से सुश्री किरण, श्रीमती दिव्या बंसल व डॉ पूनम को भी उनकी उपलब्धियों के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके पश्चात प्रथम वर्ष की छात्रा दीपिका ने बेटियों के ऊपर एक अत्यंत मार्मिक कविता का वाचन किया। तत्पश्चात द्वितीय वर्ष की छात्रा देवी व प्रियंका चौहान ने कन्या भ्रूण हत्या पर आधारित हरियाणवी गीत पर अत्यंत जोशीले नृत्य की प्रस्तुति दी, जिसने सभी का मन मोह लिया। इसके पश्चात बी.एड. प्रथम वर्ष की छात्रा प्रीति दलाल ने समाज को संदेश देती हुई एक अत्यंत सुंदर कविता की प्रस्तुति दी। इसके बाद बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योत्सना व प्रथम वर्ष की छात्रा चित्रा और अन्नु ने अभिभावकों पर आधारित एक सुंदर गीत की प्रस्तुति दी। इसके पश्चात डी.सी.पी.ओ. लतिका जी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें महाविद्यालय में आकर अत्यंत हर्ष की अनुभूति हो रही है। उन्होंने छात्राओं से कहा कि वे उन्हें प्राप्त अधिकारों का उचित प्रयोग करें और इतनी सशक्त बने कि समाज की उन्नति में अपना योगदान दे सकें। इसके पश्चात कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राजबाला चहल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन आत्म चिंतन का दिन है। महिला ही इस सृष्टि की निर्माता है। हमारा देश प्राचीन काल से ही सशक्त महिलाओं का देश रहा है। हमारे संविधान में महिलाओं को बहुत ऊंचा दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह औरत की जिम्मेदारी है कि वह पुरुषों को अच्छे संस्कार दें जिससे वे सभी महिलाओं सम्मान करें। उन्होंने सभी छात्राओं को आत्म विश्लेषण करने के लिए प्रेरित किया। तत्पश्चात महाविद्यालय की प्रबंधन समिति और प्राचार्या ने अतिथियों का स्मृति चिन्ह देकर विशेष सम्मान किया। इसके पश्चात डेक्लामेशन व एलोकेशन प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस कार्यक्रम का आयोजन महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी सुश्री किरण मलिक द्वारा किया गया।
