बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
ज़मीन अधिग्रहण में उचित मुआवज़े की मांग पर आंदोलन कर रहे छारा गांव के किसानों के प्रतिनिधि मंडल व अधिकारियों के बीच आज देर शाम तक फिर से वार्ता चली। आज धरने का 19वा दिन था व साथ ही किसानों द्वारा दिए गए अल्टीमेटम का भी आखरी दिन था। गौरतलब है कि किसानों ने रविवार को महापंचायत कर सरकार को पूरे मामले में न्यायपूर्ण फैसला करने के लिए 22 फरवरी तक का समय दिया था। किसानों के 22 फरवरी के अल्टीमेटम के ऐलान का असर स्पष्ट दिखाई दिया, जब सरकार ने सक्रियता दिखाते हुए कलेक्टर रेट में सुधार के लिए समिति का गठन कर दो दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए थे। गठित समिति ने किसानों का पक्ष समझने के लिए आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रमेश दलाल को बुलाया था। पहले दौर की वार्ता बुधवार को हुई थी। रमेश दलाल ने बताया था कि वार्ता में अधिकारियों व किसानों के बीच लगभग सहमति बन चुकी है। जहां एक तरफ छारा गांव के किसान अल्टीमेटम के आखरी दिन उचित मुआवज़े की घोषणा का इंतज़ार कर रहे थे, वही कुछ पहलुओं पर दोबारा चर्चा करने के लिए किसानों के प्रतिनिधि मंडल को दोपहर बाद फिर बुलाया गया। रमेश दलाल के नेतृत्व में कैप्टन मान सिंह दलाल, कैप्टन जीत सिंह, वज़ीर, सतपाल व मटरू प्रधान वार्ता में शामिल हुए।
अधिकारियों व किसानों के प्रतिनिधि मंडल के बीच वार्ता देर शाम तक चली व अंतिम खबर आने तक कुछ भी स्पष्ट सामने नही आया है। इतना जरूर बताया जा रहा है कि वार्ता सही दिशा में चल रही है व किसानों व अधिकारियों के बीच कलेक्टर रेट को लेकर सहमति बन गई है। किसानों की उम्मीद के अनुसार मुआवज़े की औपचारिक घोषणा कल की जा सकती है।
पूरे मामले में पिछला हफ्ता काफी नाटकीय व उतार-चढ़ाव भरा रहा। इसलिए आज जहां एक तरफ किसान वार्ता के नतीजे पर नज़र लगाए बैठे है वही दूसरी तरफ आंदोलन को पूरी मज़बूती से आगे बढ़ाया जा रहा है। रमेश दलाल का कहना था कि हर स्थिति के लिए हमारी रणनीति तैयार है। धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि अगर अधिकारियों द्वारा इस मामले में देरी की गई तो हम अगले कदम के लिए तैयार है। आज धरने के 19वे दिन भी धरनास्थल पर समर्थन देने के लिए पहुंचने वालों का निरन्तर आगमन रहा। आज गरोंठी गांव के अनिवासी भारतीय (NRI) हरबीर राठी अपने साथियों के साथ किसानों का समर्थन देने के लिए आए। इसके अलावा रामबीर पहलवान भापड़ौदा, मातन गांव से पांडु प्रधान, बिजेंदर शास्त्री व राकेश नंबरदार आदि समर्थन देने के लिए धरनास्थल पर पहुंचे।
*फ़ोटो: जिला राजस्व अधिकारी मनबीर सांगवान, आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रमेश दलाल व् अन्य किसान प्रतिनिधि*