बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
ज़मीन अधिग्रहण के उचित मुआवज़े की मांग पर पिछले 14 दिन से रमेश दलाल के नेतृत्व में धरने पर बैठे छारा गांव के किसानों ने महापंचायत कर आरपार की लड़ाई का बिगुल बजा दिया है। दलाल खाप 84 के प्रधान चौ. भूप सिंह के नेतृत्व में हुई महापंचायत में हज़ारो की संख्या में क्षेत्र की खापों व सामाजिक संगठनों ने हिस्सा लिया। महापंचायत का मंच संचालन कर रहे कैप्टन मान सिंह दलाल ने बताया की आज महापंचायत में झज्जर,रोहतक, सोनीपत व भिवानी ज़िले के कुल 877 गांवो का समर्थन मिला है। महापंचायत में बलजीत सिंह मलिक प्रधान गठवाला (मलिक) खाप, दहिया खाप से अत्तर सिंह प्रधान खांडा बारह व दयानंद पहलवान सिसाना, उमेद सिंह देशवाल प्रधान दुल्हेड़ा बारह, मास्टर साहिब सिंह प्रधान छारा चौदहगामा, कपूरे प्रधान आसौदा नौगामा, शमशेर सिंह खरकड़ा प्रधान महम चौबीसी अठगामा, जय सिंह प्रधान अहलावत खाप, ओमप्रकाश नांदल प्रधान नांदल खाप, तस्वीर राठी प्रधान राठी खाप, बिल्लू पहलवान प्रधान कादयान खाप आदि शामिल हुए।
भारत की सबसे बड़ी खाप गठवाला (मलिक) खाप के राष्ट्रीय प्रधान चौ. बलजीत मलिक ने मलिक व दलाल खाप के सदियों पुराने संबंधों का हवाला देते हुए विश्वास दिलाया कि हमेशा की तरह हर कदम पर हम दलाल खाप के साथ खड़े है। साथ ही चौ. मलिक ने केंद्रीय परिवहन सचिव युद्धवीर मलिक द्वारा छारा गांव के बारे में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर रोष प्रकट किया व कहा कि अगर युद्धवीर मलिक ने छारा गांव से एक हफ्ते में माफी नही मांगी तो मलिक खाप भी युद्धवीर मलिक के खिलाफ कानूनी करवाई में दलाल खाप के साथ खड़ी है। छारा गांव पहले ही रमेश दलाल को युद्धवीर मलिक के खिलाफ कानूनी करवाई करने के लिए अधिकृत कर चुका है। गौरतलब है कि युद्धवीर मलिक ने छारा गांव की ज़मीन मुआवज़े की मांग के जवाब में यह कहा था कि छारा गांव की तो झौली पाट री है।
जैसी उम्मीद जताई जा रही थी, महापंचायत ने छारा गांव के साथ हो रहे अन्याय के विरोध में आरपार की लड़ाई लड़ने का फैसला ले लिया है। महापंचायत में आए सभी खापों के द्वारा मिलकर तैयार किए गए प्रस्ताव को रमेश दलाल ने महापंचायत की अध्यक्षता कर रहे चौ. भूप सिंह की अनुमति से लोगों के बीच मे रखा, जिसका पंचायत में उपस्थित सभी लोगों ने हाथ उठा कर समर्थन किया और सर्वसम्मिति से फैसला लिया गया। महापंचायत का फैसला है सरकार व अधिकारियों को ज़मीन अधिग्रहण के रेट में सुधार करने के लिए 22 फरवरी तक का समय दिया जा रहा है। अगर 22 फरवरी तक किसानों के साथ न्याय नही किया गया तो 23 फरवरी से आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रमेश दलाल धरनास्थल पर भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उसके बाद अगर सरकार ने सुनवाई नही की तो 25 फरवरी को ट्रैक्टरों के काफिले के साथ ज़िला उपयुक्त के समक्ष प्रदर्शन करने के लिए बड़ी संख्या झज्जर जाएंगे। फिर 26 फरवरी से झज्जर-सांपला राष्ट्रीय राजमार्ग को रोकने का काम किया जाएगा। रमेश दलाल का कहना था कि अगर इतना करने पर भी सरकार नही जागी तो 28 फरवरी से रोहतक दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग, बहादुरगढ़-झज्जर रोड, दिल्ली-भटिंडा रेलमार्ग व गुरुग्राम नहर को रोकेंगे। उन्होंने बताया कि रेल को आसौदा व जखौदा के नेतृत्व में रोका जाएगा वही रोहतक-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग को रोकने की जिम्मेदारी मांडौठी गांव की होगी। दुल्हेड़ा गांव को झज्जर-बहादुरगढ़ रोड को रोकने की जिम्मेदारी दी गई है। अगर ऐसा हुआ तो दिल्ली व गुरुग्राम में जीवन प्रभावित होगा क्योंकि रेल, नहर व सड़क रोकने से फल-सब्ज़ी, दूध व पानी की सप्लाई पर रोक लग जाएगी। साथ ही महापंचायत में यह भी फैसला लिया गया कि उचित मुआवज़े की मांग की जांच के लिए गठित कि गई अधिकारियों की कमेटी में किसानों का प्रतिनिधि भी शामिल किया जाए। महापंचायत में कड़े शब्दों में यह स्पष्ट किया गया कि अगर अधिकारी मनमानी करने के लिए हाईवे प्रोजेक्ट को रद्द करने की साज़िश करेंगे तो यह बर्दाश्त नही किया जाएगा।
महम चौबीसी अठगामा का प्रतिनिधित्व कर रहे शमशेर खरकड़ा ने रमेश दलाल के नेतृत्व में हो रहे आंदोलन की प्रशंसा की और कहा कि जिस प्रकार आंदोलन को गैर राजनीतिक तरीके से चलाया जा रहा है वह सराहनीय है। खरकड़ा ने दलाल खाप के नेतृत्व क्षमता व शैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर किसी को आंदोलन लड़ने की कला सीखनी है तो वो दलाल खाप से सीखे।
महापंचायत ने फैसला कर रमेश दलाल को आगे कारवाई करने के लिए अधिकृत कर दिया है। अंत मे रमेश दलाल ने कहा कि अब गेंद सरकार के पाले में है। उन्होंने कहा कि कानूनी प्रावधानों के अनुसार ही अपनी ज़मीन का रेट मांग रहे है। हम मंत्री से ले
कर जिला अधिकारी, सबको कानूनी प्रावधान व अन्य सबूतों के दस्तावेज़ सौप चुके है। सरकार किसानों के सब्र का इम्तिहान ना ले। ऐसी स्थिति में जब किसानों ने अपने अधिकारों के लिए कमर कस ली है तो आने वाला सप्ताह काफी महत्वपूर्ण होगा।
