बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
सोना-चांदी और रत्न-मणि सब धन है केवल नाम का यदि हैं कोई धन जगत में, गौधन है बस काम का। इसी उक्ति को ध्यान में रखते हुए हमारे पूर्वज गायों की सेवा में जुटे रहते थे। प्राचीनकाल से प्रत्येक दृष्टिकोण से (आर्थिक, आयुर्वेदिक, वैज्ञानिक या आध्यात्मिक) समृद्धशाली व वैभवशाली भारत की संस्कृति, अर्थव्यवस्था एवं जीवन का केंद्र-बिंदु गाय व गौवंश ही रहा है। यह बात पूर्व नप चेयरमैन एवं इनेलो जिलाध्यक्ष कर्मबीर राठी ने हलके की सबसे बडी मांडोठी गोशाला के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में गौपूजन करते हुए कही। गोशाला प्रबंधकों ने गौशाला में पहुंचने पर कर्मबीर राठी का फूलमालाओं से स्वागत किया ओर बैंड-बाजे के साथ भव्य रूप से सजाए गए ट्रैक्टर में बैठाकर गोशाला के प्रांगण तक लेकर आए। गोपूजन से पहले कर्मबीर राठी ने हवन यज्ञ में आहुति डाली। कर्मबीर राठी ने गऊमाता की सेवा के लिए गौशाला प्रबंधको को 1 लाख 1 हजार रूपए की धनराशि दान स्वरूप भेंट की।
कर्मबीर राठी ने गौशाला में भारी संख्या में मौजूद गौभक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि गाय को मनुष्य की धाय (पालक) कहा गया है। गौ भूमंडल पर मातृशक्ति का प्रत्यक्ष रूप है, जो सम्पूर्ण प्राणियों की माता कहलाती है; क्योंकि यह सबको सुख देने वाली हैं। इसलिए हमारा सभी का परम दायित्व बनता है कि गायों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहे। उन्होंने कहा कि हमारा जीवन तभी सार्थक होगा जब हमारे देश में कोई भी गऊ भुखी-प्यासी न रहे इसलिए गोसेवा के लिए समाज के सभी वर्ग आगे आए।
कर्मबीर राठी ने इस अवसर पर कहा कि यह खुशी की बात है कि आज गायों की देखरेख करने में गोशालाएं अह्म भूमिका निभा रही है। मांडोठी गोशाला में असहाय गायों को आसरा देने के साथ-साथ उनकी अच्छी देखभाल की जा रही है। कर्मबीर राठी ने कहा कि समाज के सभी लोगों को चाहिए कि वे अपने साम्र्थय अनुसार गायों की सेवा कार्य के लिए दान गोशलाओं को दे ताकि हमारी प्राचिन संस्कृति व सभ्यता का प्रतिक कही जाने वाली गोमाता की सेवा ठीक प्रकार से की जा सके। गोशाला प्रंबधकों ने कर्मबीर राठी को श्रीकृष्ण भगवान की तस्वीर भेंटकर सम्मानित किया।
फोटो 1- गोशाला में गोपूजन करते पूर्व नप चेयरमैन एवं इनेलो जिलाध्यक्ष कर्मबीर राठी।
फोटो 2-गोशाला प्रबंधक कर्मबीर राठी को ाीकृष्ण भगवान की तस्वीर भेंटकर सम्मानित करते हुए।
