बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
झज्जर जिलावासियों के लिए साल 2018 आधारभूत विकासात्मक बदलाव भरा रहा है। सामाजिक सहभागिता भी प्रशासन की ओर से बखूबी निभाई गई है। उपायुक्त सोनल गोयल के नेतृत्व में झज्जर जिला ने इस वर्ष राष्टï्रीय स्तर पर पहचान कायम की और जिले में क्रियांवित प्रोजेक्ट दूसरों के लिए अनुकरणीय भी बने हैं। उपायुक्त गोयल ने कहा कि प्रशासनिक व आमजन की सहभागिता का ही परिणाम है कि सामाजिक समरसता को कायम रखते हुए जनभावनाओं के अनुरूप कार्य किए गए। बेहतर शैक्षणिक माहौल प्रदान करते हुए झज्जर जिला सक्षम घोषित हुआ है जो कि इस साल की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
उपायुक्त सोनल गोयल के मार्गदर्शन में *उमंग एक पहल-प्रोजेक्ट* शुरू किया गया जिसके तहत किशोर लड़कियों को निशुल्क नैपकिन पेड वितरित किए गए। एसएसए, एचएसआरएलएम और महिला बाल विकास विभागों के बीच एक अभिसरण पहल की गई जहां स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित सेनेटरी नैपकिन को जनवरी 2018 से एसएसए इनोवेशन फंड का उपयोग करने वाले सरकारी स्कूलों में किशोर लड़कियों के बीच वितरित किया जा रहा है। इसके साथ ही *सांझी मदद* मुहिम को शुरू किया गया जिसके तहत बड़े पैमाने पर अधिकारियों, गैर सरकारी संगठनों, सिविल सोसाइटी संगठनों, सार्वजनिक लोगों द्वारा बाल भवन परिसर में जरूरतमंद लोगों के लिए उपयोगी सामान उपलब्ध कराया गया जिसके समयानुसार जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। जिला बाल कल्याण परिषद के तहत शुरू की गई सांझी मदद मुहिम के लिए बहादुरगढ़ व झज्जर बाल भवन में संग्रहण केंद्र बनाए गए हैं। जनवरी 2018 में इस मुहिम को लांच किया गया और प्रयासों के माध्यम से 5500 से अधिक लाभार्थियों तक जरूरत का सामान पहुंचाया गया है। केरल बाढ़ राहत के दौरान विशेष मुहिम सांझी मदद के संग्रहण केंद्रों से जिले भर में राहत सामग्री एकत्र की गई और केरल के लिएराहत सामग्री के 4 ट्रकों को भेजा गया। जिला झज्जर से योगदान के रूप में केरलवासियों के लिए लगभग 90 लाख रुपए एकत्र किए गए और केरल रिलीफ फंड में स्थानांतरित किए गए।
झज्जर जिले ने जनवरी 2018 से *राहगीरी: अपनी राहें, अपनी आजादी* कार्यक्रम के आयोजन की पहल की। झज्जर से हुई इस सार्थक पहल के बाद पूरे प्रदेश में राहगीरी कार्यक्रम को सीएम घोषणाओं में से एक बनाया गया।
उपायुक्त सोनल गोयल ने सरकारी विभागीय गतिविधियों की कार्यकुशलता को एक प्रोत्साहन देने का सार्थक कदम उठाया। *स्टार डिपार्टमेंट अवार्ड* अच्छा प्रदर्शन करने वाले विभागों को जिला प्रशासन के प्रयासों को प्रोत्साहित करने, नवीन कार्यों को करने के लिए अधिकारियों को प्रेरित करने और जिला प्रशासन के प्रति स्वामित्व की भावना पैदा करने के लिए एक अनूठी पहल की गई है। जिला प्रशासन की ओर से एक आवेदन पत्र तैयार किया गया है और विभागों को 3 श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है- बुनियादी ढांचा विकास, सामाजिक विकास और सामुदायिक सहभागिता, एकीकृत आर्थिक विकास। योजनाओं के क्रियांवयन कार्यालय प्रबंधन, नवाचार आदि में विभागों के प्रदर्शन से संबंधित पैरामीटर को शामिल किया गया है। पुरस्कार त्रैमासिक आधार पर दिए जा रहे हैं।
उपायुक्त सोनल गोयल ने बताया कि यूनिसेफ -4 घटकों के सहयोग से रोहतक और झज्जर में *जागृति प्रोजेक्ट* को शुरू किया। यह परियोजना महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षित गतिशीलता को कम करने पर ध्यान केंद्रित करती है। लैंगिक असमानता का ेदूर करने का यह कदम निश्चित तौर पर सामाजिक बदलाव में सहयोगी है। मुख्यमंत्री द्वारा जिले में परियोजना का शुभारंभ किया गया। इसी प्रकार इस साल *दिशा प्रोजेक्ट* के तहत प्रशिक्षण, रोजगार और उद्यमिता कौशल विकास के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने में मदद करने के लिए यूएनडीपी और जिला झज्जर के बीच एक सहयोग तैयार किया गया जिसके तहत हस्तक्षेप के तीन क्षेत्र रखे गए हैंं। सामाजिक बदलाव के साथ ही जनसुविधाओं को मद्देनजर रखते हुए प्रशासनिक शिविर भी जिले के ग्रामीण परिवेश में लगाए गए। प्रशासन की ओर से *जनता दरबार* का उपयोग गांव की महिलाओं और लोगों के लिए गतिविधियां आयोजित करने के लिए भी किया गया है। साथ ही संवाद चौपाल के जरिए *सोच-पे दस्तक* दी गई जिसके चलते कुपथाओं के विरूद्ध एकजुट होने के लिए उपायुक्त ने प्रेरित किया। सामाजिक विकास के लिए लोगों की मानसिकता बदलना अत्यावश्यक है।
आमजन तक प्रशासन की गतिविधियों को सांझा करने के लिए *झज्जर दर्पण* का शुभारंभ 21 जून 2018 को मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा किया गया। यह जिला प्रशासन की मासिक गतिविधियों को प्रदर्शित करता है। इसका उद्देश्य नागरिकों को सही जानकारी प्रदान करके सूचना के अंतर को कम करना है और विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही गतिविधियों की जानकारी को भी सांझा करना है। वहींं इस साल शहरी सौंदर्यीकरण के लिए *स्ट्रीट आर्ट* के तहत झज्जर शहर में सरकारी इमारतों पर स्ट्रीट आर्ट वॉल पेंटिंग की गई। यह सार्वजनिक स्थानों की देखभाल करने के लिए नागरिकों को जिम्मेदारी की भावना देने के साथ-साथ स्वच्छ भारत के संदेशों को बढ़ावा देने में मदद कर रहा है। झज्जर जिला *सक्षम जिला* घोषित किया गया है। सक्षम हरियाणा पहल का उद्देश्य ग्रेड स्तर की योग्यता का आंकलन करना है और ग्रेड 3, 5 पर छात्रों के समग्र सीखने का आंकलन करना है। अब झज्जर जिला सक्षम प्लस की ओर अग्रसर है।
