बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
22 जुलाई को सब्जी मंडी बहादुरगढ में विशाल जनसभा ने रैली का रुप धारण कर लिया और इस विशाल जनसभा को संबोधित करने के लिए इनेलो के वरिष्ठ नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौ.अभय सिंह चौटाला और इनेलो प्रदेशाध्यक्ष श्री अशोक अरोडा ने शिरकत की। इस दौरान 20-22 हजार लोगों ने पूर्व विधायक नफे सिंह राठी के नेतृत्व में इंडियन नेशनल नेशनल लोकदल पार्टी का दामन थाम लिया। इस भारी भरकम भीड को देखकर बीजेपी के विधायक श्री नरेश कौशिक ने इनेलो के वरिष्ठ नेताओं पर जो बयानबाजी की है वो उनको शोभा नहीं देती। यह केवल उनकी बौखलाहट का परिणाम है।
आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए नफे सिंह राठी ने कहा कि चौ.ओमप्रकाश चौटाला जी व श्री अजय चौटाला जी हजारों नौजवानों को रोजगार देने की एवज में सजा काट रहे है और यह केवल राजनीतिक षडयंत्र के तहत हुआ है। जबकि माननीय कोर्ट ने भी अपने फैसले में स्पष्ट लिखा है कि इस भर्ती में कोई पैसे का लेन देन नहीं हुआ है। वहीं, नगर परिषद की चेयरपर्सन के बारे में पूर्व विधायक नफे सिंह राठी ने कहा कि बहादुरगढ नगर परिषद में हुए घोटालों को लेकर मानहानि का दावा करने की धमकी देने वाली चेयरपर्सन को मैं बताना चाहता हूं कि हमारे कुछ पार्षदों ने 100 लाइटें उसी कंपनी की खरीदी थी, जो गारंटी में थी। जिनकी कीमत 2700 रुपये थी। लेकिन उसी कंपनी की लाइट बिना गारंटी के उतने ही वॉट की 5400 से 5800 रुपये तक खरीदी गई। नगर परिषद की चेयरपर्सन ने कहा है कि हमने कोई पेमेंट नहीं दी है और नफे सिंह राठी के आरोप ठीक नहीं है। इस बात पर नफे सिंह राठी ने कहा कि ठेकेदार का टैंडर मंजूर करके स्वयं नगर परिषद द्वारा वर्क ऑर्डर दिया जा चुका था जिसके बाद ठेकेदार द्वारा लाइटें भी लगानी शुरु कर दी थी। अगर पेमेंट लेट होती है तो ठेकेदार माननीय कोर्ट में जाकर ब्यॉज सहित पैसे ले सकता है। जबकि लाइटों के घोटाले को बहादुरगढ की जनता भुगत रही है।
*नफे सिंह राठी ने कहा कि मेरे उपर निजी आरोप लगाने वाले लोग पिछले 14 साल में एक भी सबूत पेश नहीं कर पाए है। केवल बदनाम करने के लिए अनाप शनाप तरीके की बातें करते है। मैं पूछना चाहता हूँ कि जिया गार्डन का अगला हिस्सा जो खसरा नंबर-448 में आता है जिसकी मलकियत के खाने में आज भी नगर परिषद का नाम है। उस पर किसका कब्जा है? पक्के तलाब की तरफ जाने वाला रास्ता किसके कब्जे में है? खसरा नंबर-711 व 712 जो बालौर रोड पर पडता है जहां पर सुंदर फार्म का फ्रंट का हिस्सा पडता है, वो किसके कब्जे में है? इसी प्रकार नेक्सा शोरुम टिकरी बार्ड पर है उसके बीचोंबीच भी सरकारी जमीन पर कब्जा करके बिल्डिंग बना दी गई है? यह सारे के सारे कब्जा चेयरपर्सन के घर के सदस्यों के नाम से किए गए है। नफे सिंह राठी ने कहा कि जहां तक नगर परिषद में भ्रष्टाचार की बात है, क्या यह ठीक नहीं है कि नगर परिषद बहादुरगढ की खसरा नंबर-2337 व हरियाणा सरकार के खसरा नंबर-2338 पर गलत तरीके से नक्शे पास नहीं किए गए। इसके विरोध में 19 जनवरी 2018 को बहादुरगढ में प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद उसी दिन आनन फानन में नगर परिषद ने इन नक्शों को रद्द कर दिया। लेकिन लगभग छह महीने बीत जाने के बाद भी गैर कानूनी तरीके से चल रहे अवैध निर्माण को रोकने का काम नगर परिषद की तरफ से क्यों नहीं किया गया। क्या चेयरपर्सन होने के नाते उनका फर्ज नहीं है। नफे सिंह राठी ने पत्रकारों के समक्ष कहते हुए आश्चर्य प्रकट किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर ना केवल मानहानि के मुकद्दमों की धमकियां दी जाती है। बल्कि पुलिस में भी झूठी एफआईआर दर्ज करा दी जाती है। इससे साफ जाहिर है कि भ्रष्टाचार को बढावा देने के लिए नगर परिषद में भाजपा व कांग्रेस का बेमेल गठबंधन है। इस अवसर पर पार्षद शशि कुमार, पार्षद रमन यादव, पार्षद पुत्र मुकेश उर्फ मुक्की, पूर्व पैक्स वाइस चेयरमैन रामनिवास सैनी, भूरा पहलवान, कुलदीप राठी, जगबीर सुहाग, रतन सिंह मोर, देवेंद्र, बलबीर सांगवान व सोलहा पहलवान मौजूद रहे।

