बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत लिंगानुपात सुधार में मिले अभूतपूर्व बदलाव के साथ ही अब झज्जर जिला सामाजिक कुप्रथा दहेज को जड़मूल समाप्त करने के उद्देश्य से जन जागृति मुहिम का आगाज करने जा रहा है। उपायुक्त सोनल गोयल इस सार्थक मुहिम का नेतृत्व कर रही हैं। जन भावनाओं का सम्मान करते हुए जिलावासियों से सामाजिक कुरीति के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान भी उपायुक्त ने किया है। उन्होंने जन भागीदारी को इस मुहिम से जोड़ते हुए कहा कि अब से झज्जर जिले में विवाह के दौरान बिना दहेज के शादी करने वाले दंपति को प्रशासन की ओर से प्रोत्साहित किया जाएगा। संभवत: हरियाण प्रदेश में पहली बार शुरू हो रही प्रोत्साहन योजना की प्रक्रिया का आगाज जल्द ही प्रशासन की ओर से देश की राजधानी के साथ सटे हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र से होगा।
आपको बता दें कि आधारभूत संरचना के साथ जहां झज्जर जिला विकासात्मक परिवर्तन में निरन्तर आगे बढ़ रहा है वहीं सामाजिक दायित्व का निर्वहन भी उपायुक्त सोनल गोयल द्वारा सराहनीय ढंग से किया जा रहा है। केंद्र व प्रदेश सरकार की जनहितकारी सोच को सर्वोपरि रखते हुए झज्जर जिले में योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हो रहा है। रिश्तों की मजबूत डोर को बनाये रखने के लिए झज्जर जिला में उपायुक्त गोयल की पहल सामाजिक बदलाव लाने जा रही है जिससे न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ेंगे, साथ ही कानूनन भी हम इस कुरीति को दूर रखने में सजग रहेंगे। उन्होंने कहा कि अक्सर विवाह उपरांत दहेज प्रताडऩा के मामले समाज मे हमारे सामने आते हैं जिससे परिवार विघटित होते हैं। विघटन की स्थिति ही पैदा न हो, ऐसे में हमें बिना दहेज के शादी कर पारिवारिक सुख का आनन्द उठाना है। इसी सामाजिक मुहिम में प्रशासन की ओर से दहेज जैसी कुप्रभा पर लगाम कसते हुए प्रोत्साहन योजना की शुरूआत की जा रही है।
जिले में जल्द होगी मुहिम की शुरुआत :
उपायुक्त सोनल गोयल का कहना है कि झज्जर जिला सामाजिक बदलाव की दृष्टि से अनुकरणीय बने इसके लिए प्रशासन के साथ-साथ जिले के हर व्यक्ति की उल्लेखनीय भागीदारी रखने का वे प्रयास कर रही हैं। जिले में दहेज कुप्रथा को जड़मूल समाप्त करने की पुनीत सामाजिक मुहिम की शुरुआत जल्द करने जा रही हैं। प्रशासनिक शिविर/रात्रि चौपाल के दौरान भी वे इस सार्थक मुहिम में आमजन की सहभागिता बढ़ाने के लिए प्रेरित करेंगी और जनभागीदारी के साथ ही महिला सशक्तिकरण की दिशा में सुखद बदलाव आमजन को नजर आएगा। दहेज प्रथा के कारण कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराध भी पनपते हैं ऐसे में जब दहेज प्रथा पर ही लगाम लग जाएगी तो निश्चित तौर कन्या भ्रूण हत्या जैसी संकीर्ण मानसिकता रखने वाले लोंगों में भी बदलाव आएगा।
झज्जर जिला बन रहा है उदाहरण :
सांझी मदद, सक्षम योजना, उमंग-एक पहल, स्टार डिपार्टमेंट अवार्ड, झज्जर दर्पण व दिशा सहित अनेक बड़ी योजनाओं के क्रियांवयन में झज्जर जिला आज उदाहरण बन रहा है। म्हारी लाडो के जरिये बेटियों को बचाने के साथ पढाने का संदेश दिया गया है जिसकी सराहना देश के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद द्वारा स्वयं की गई है। लैंगिक असमानता के मद्देनजर जागृति अभियान भी जिले में प्रभावी ढंग से चलाया जा रहा है।