बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
एसडीएम जगनिवास ने कहा कि गर्मी के मौसम में सावधानी बरतते हुए हम स्वस्थ्य रह सकते हैं और गर्मी के प्रकोप से बचाव के लिए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से दी गई सलाह की अनुपालना करें और सुरक्षित रहें। एसडीएम जगनिवास ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को भी लोगों की जरूरतानुसार विभागीय सेवाएं निर्बाध रूप से प्रदत्त करने के निर्देश दिए।
एसडीएम जगनिवास ने आमजन से आह्वान किया कि इन दिनों चल रही गर्म हवाओं या लू से बचाव के लिए विशेष सावधानी बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए सुरक्षात्मक उपाय उठाए जाएं। उन्होंने आमजन को सलाह देते हुए कहा कि गर्मी से बचाव के लिए लोगों को चाहिए कि वे थोड़ी-थोड़ी देर के बाद पानी पीते रहें, भले ही प्यास न हो। यात्रा करते समय पानी साथ रखें। धूप में बाहर जाते समय हल्के रंग के, ढीले फीटिंग के तथा सूती कपड़े पहनें। सुरक्षात्मक चश्मे, छाता, पगड़ी, दुपट्टïा व टोपी का उपयोग करें। उन्होंने बताया कि शरीर को पुन हाइड्रेट करने के लिए ओआरएस या घर के बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नींबू-पानी व छाछ आदि का प्रयोग करें। हीट स्ट्रोक के लक्षणों को पहचानें और यदि आपको कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, मितली जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श करें। गर्भवती महिलाओं तथा मजदूरों को चिकित्सकीय परामर्श की स्थिति में अधिक ध्यान देना चाहिए। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे खड़े हुए वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोडं़े। उन्होंने कहा कि राजस्व एवं आपदा विभाग की ओर से जारी की गई सलाह के मुताबिक दोपहर 12 से तीन बजे के बीच बाहर जाने से बचें। भारी, काले व तंग कपड़े पहनने से बचें। तापमान अधिक होने की स्थिति में श्रमयुक्त कार्य न करें। दिन के गर्म समय में खाना पकाने से बचें तथा खाना बनाते समय दरवाजे व खिड़कियां खुली रखें। इसके अलावा, शरीर में पानी की कमी करने वाले शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटिड शीतल पेय जैसे पदार्थोंं के सेवन से बचें साथ ही ठंडे पानी से स्नान करें। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक एडवाइजरी में पशुपालकों को भी सलाह दी गई है कि वे अपने पशुओं को छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त पानी पिलाएं। अपना घर ठंडा रखें तथा दिन के दौरान पर्दें या शटर का उपयोग करें और रात में खिड़कियां खुली रखें। इसी प्रकार श्रमिकों को प्रत्यक्ष सूर्य के समक्ष होने वाले कार्यों से बचाएं। श्रमयुक्त कार्य सुबह-शाम ठंडे मौसम के दौरान करें।