बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
समाज में गाय को प्राचीनकाल से गौमाता का दर्जा मिला हुआ है, मगर आज के आधुनिक युग में हमारा समाज अपनी प्राचिन संस्कृति व सभ्यता को भूलता जा रहा है। आज गऊमाता को संरक्षण देने की जरूरत है क्योंकि सडकों पर कई बार बेसहारा गाय दुर्घटना का शिकार होकर अकारण मौत के मुंह में समा चुकी है। उक्त विचार इनेलो जिलाध्यक्ष कर्मबीर राठी ने मांडोठी गौशाला के वार्षिक उत्सव शिरकत करते हुए गौभक्तों को संबोधित करते हुए कही। गौशाला प्रबंधकों ने गौशाला में पहुंचने पर इनेलो जिलाध्यक्ष कर्मबीर राठी का फूलमालाओं से स्वागत किया ओर बैंड-बाजे के साथ भव्य रूप से सजाए गए ट्रैक्टर में बैठाकर गौशाला के द्वार तक लेकर गए। इनेलो जिलाध्यक्ष कर्मबीर राठी ने गौशाला में गायों की सेवा के लिए 1 लाख 1 हजार रूपए की राशि दान स्वरूप प्रबंधकों को भेंट कर गौशाला के प्रधान बने। उन्होंने गुरूकुल व गायक मंडली को भी अलग से सम्मान सहयोग राशि भेंट की। गौशाला प्रंबधकों ने कर्मबीर राठी को प्रधान बनने पर पगड़ी बांधकर व श्रीकृष्ण भगवान की तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर कर्मबीर राठी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि आज गऊमाता की देखरेख करने में गौशालाएं अह्म भूमिका निभा रही है। मांडोठी गौशाला में बेसहारा व असहाय गायों को आसरा देने के साथ-साथ उनकी अच्छी देखभाल की जा रही है। कर्मबीर ने कहा कि समाज के सभी लोगों को चाहिए कि वे अपने साम्र्थय अनुसार गायों की सेवा कार्य के लिए गौशालाओं को दान दें ताकि हमारी प्राचीन संस्कृति व सभ्यता का प्रतिक कही जाने वाली गौमाता की सेवा ठीक प्रकार से की जा सके।
फोटो 1:- इनेलो जिलाध्यक्ष कर्मबीर राठी को भगवान श्रीकृष्ण की तस्वीर भेंट कर सम्मानित करते हुए गौशाला प्रबंधक।