बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
बहादुरगढ़ जैसे छोटे कस्बे में मेट्रो जैसी सौगात मिलना पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की दूरगामी सोच का परिणाम था। इसलिए इस उद्घाटन समारोह मेें मुख्य अतिथि के तौर पर यदि कोई सच्चा हकदार बनता है तो वह भूपेंद्र सिंह हुड्डा। मेट्रो के चालू होने पर कामकाज व व्यापार के सिलसिले में दिल्ली आने-जाने में आसानी होगी। इससे विकास एवं रोजगार के साधनों में भी सजृन होगा। यह कहना है प्रदेश महिला कांग्रेस महासचिव एवं वार्ड-30 से पार्षद डॉ. नीना सतपाल राठी का।
नीना ने कहा कि जहां पर देश के बड़े-बड़े शहर मेट्रो सुविधा की आस लगाए बैठे थे, वहीं हरियाणा के बहादुरगढ़ में मेट्रो प्रोजेक्ट शुरू भी हो गया था। औद्योगिक शहर की तरफ बढ़ते हुए बहादुरगढ़ में इस मेट्रो लाइन से चार औद्योगिक क्षेत्रों में एक सूत्र में पिराने का काम रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के प्रयासों से संभव हो पाया है। मुंडका, टीकरी बार्डर, एम.आई.ई. व ओल्ड इंडस्ट्रीज एरिया के साथ-साथ एच.एस.आइ.आइ.डी.सी. में जाने वाले हजारों श्रमिकों के अलावा आमजन को मेट्रो एक जीवन रेखा की तरह साथ देगी। कांग्रेस पी.आर. प्रकोष्ठ महासचिव सतपाल राठी ने कहा कि अब तक मेट्रो का सफर पहले से ही यहां शुरू हो जाता यदि भाजपा इसके काम में रोड़ा नहीं अटकाती। मेट्रो के नाम पर भाजपा के नेता कांग्रेस की बजाय झूठा श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों व श्रमिकों की इस परेशानी को देखते हुए व भविष्य में रोहतक को मेट्रो से जोडऩे की संभावनाओं को तलाशते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व उनके सांसद बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने तत्कालीन केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ के सामने इस प्रपोजल को रखा था। हरियाणा के बढ़ते कदमों को भांपते हुए केंद्र की कांग्रेस सरकार ने इस योजना को तुरंत मंजूरी दे दी थी। 2 फरवरी 2013 को इसका शिलान्यास भी तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व सांसद दीपेंद्र हुड्डा की मौजूदगी में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ में बहादुरगढ़ में आकर किया था। यू.पी.ए. सरकार में मेट्रो प्रोजेक्ट ने गति भी पकड़ी लेकिन बाद में सरकार बदलने पर भाजपा शासनकाल में इसकी रफ्तार पर ब्रेक लगते नजर आए। प्रोजेक्ट को पूरा होने में काफी देरी की गई। जिसके कारण अभी तक लोगों को इसका सफर नहीं मिल पाया है। सतपाल राठी ने कहा सांसद दीपेंद्र हुड्डा के अथक प्रयासों से मुंडका व बहादुरगढ़ तक के बीच में इस मेट्रो लाइन का विस्तार हुआ। 11 अगस्त 2011 मेें यू.पी.ए. सरकार के कार्यकाल में 1900 करोड़ की लागत से इसको मंजूरी मिली। इस परियोजना में विशेष यह रहा कि पहली बार हरियाणा में आने वाले हिस्से की लागत को वहन करने का फैसला कांग्रेस सरकार में लिया गया था। 1900 करोड़ में से 912 करोड़ रूपए हरियाणा सरकार ने इस पर खर्च किए हैं। राठी ने कहा कि कि आगामी चुनाव में भाजपा को अपनी हार दिखाई दे रही है इसलिए कांग्रेस द्वारा लाए गए इस मेगा मेट्रो प्रोजेक्ट को अपना बताकर जनता को गुमराह रने का काम कर रही है। लेकिन भाजपा की कार्यशैली देखते हुए लोगों का विश्वास कांग्रेस में बढ़ गया है और आगामी चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। लोग मेट्रो का पूरा श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व सांसद दीपेंद्र हुड्डा को दे रहे हैं क्योंकि उनके अथक प्रयासों से एन.सी.आर. से सीधी कनेक्टिविटी हुई।
—फोटो कैप्शन : यू.पी.ए सरकार के कार्यकाल दौरान मेट्रो की आधारशिला रखी जाने को लेकर जानकारी देते हुए नीना राठी व सतपाल राठी।