बहादुरगढ़ आज तक,
कृष्ण गोपाल विद्यार्थी
देश-विदेश में भारतीय संस्कृति का परचम फहरा चुके अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ओजस्वी कवि डॉ.सारस्वत मोहन मनीषी अखिल भारतीय साहित्य परिषद हरियाणा के नये अध्यक्ष मनोनीत किए गए हैं। उन्हें यह दायित्व गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन आयोजित की गई हरियाणा प्रांत की आम सभा बैठक में सौंपा गया। आयोजन राष्ट्रीय संगठन मन्त्री श्रीयुत श्रीधर पराड़कर, मार्गदर्शक डॉ. शिवकुमार खंडेलवाल व डॉ. पूर्णमल गौड़ के सानिध्य तथा कार्यकारी अध्यक्ष रमेश चन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। इस बैठक का संचालन कर रहे प्रान्तीय महामन्त्री डॉ. योगेश वासिष्ठ ने परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रो. रामसजन पाण्डेय के लगभग साढ़े चार वर्ष के अध्यक्षीय कार्यकाल का स्मरण कर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। उनके असामयिक निधन को अपूरणीय क्षति बतलाते हुए कार्यकारी अध्यक्ष श्री रमेश चन्द्र शर्मा को नए अध्यक्ष के नाम प्रस्ताव के लिए आमंत्रित किया।
इस पर श्री रमेश चन्द्र शर्मा ने वरिष्ठ सदस्यों व मार्गदर्शक मंडल से परामर्श कर अध्यक्ष पद के लिए डॉ. सारस्वत मोहन मनीषी का नाम प्रस्तावित किया। संगठन मन्त्री डॉ. मनोज भारत ने उनके नाम का अनुमोदन करते हुए उनका संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया।
नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ. सारस्वत मोहन मनीषी ने अपने उद्बोधन में परिषद से अपने पुराने संबंधों का स्मरण करते हुए इस दायित्व की प्राप्ति पर सबके साथ मिलकर प्रान्तीय परिषद को आगे बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने अपनी ओजस्वी वाणी में कुछ रचनाएँ भी पढ़ीं। राष्ट्रीय संगठन मन्त्री श्रीयुत श्रीधर पराड़कर ने परिषद के कार्यों का उल्लेख करते हुए हरियाणा में इनके प्रसार की मंगलकामना की। उन्होंने भी मनीषी जी के मनोनयन पर प्रसन्नता व्यक्त की। अन्त में साहित्य मन्त्री नवरत्न ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का तकनीकी संचालन गुरुग्राम इकाई महामन्त्री मोनिका शर्मा ने किया।
इस बैठक में सन्तोष गर्ग, हरीन्द्र यादव, प्रो. कुमुद शर्मा, त्रिलोक कौशिक, डॉ. मंजुलता व सत्यवीर नाहड़िया, दर्शना शर्मा, हनुमान प्रसाद, महेंद्र सागर, विनोद आचार्य, रमाकान्त शर्मा, बिजेन्द्र, विकास, अनिल चिन्तित, डॉ. तेजेन्द्र सिंह, डॉ. अशोक मंगलेश, डॉ. महेन्द्र सिंह. शकुन्तला शर्मा, भोलादत्त शास्त्री, के.डी. शर्मा, समता यादव आदि अनेक पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे।