बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
वैश्य बी एड कॉलेज में चल रहे एन एस एस शिविर के छठे दिन अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में एच सी एस.डॉ. सुभिता ढाका व प्रोफेसर रणबीर गुलिया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे उनको महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ आशा शर्मा ने माला, पटका, शॉल, पौधा व स्मृति चिन्ह् आदि देकर सम्मानित किया व स्वयंसेविकाओं ने स्वागत गीत के द्वारा उनका स्वागत किया| कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित कर व स्वयंसेविकाओं ने कत्थक र्नत्य द्वारा उनका आशीर्वाद ले की गई| इस अवसर पर डॉ सुभिता ढाका ने स्वयंसेविकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि निसंदेह सहजता से हर एक दिन भिन्न-भिन्न भूमिकाएं जीते हुए, महिलायें किसी भी समाज का स्तम्भ है। हमारे आस पास महिलायें ,सहृदय बेटियां, संवेदनशील माताएं, सक्षम सहयोगी और अन्य कई भूमिकाओं को बड़ी कुशलता व सौम्यता से निभा रहीं है।लेकिन आज भी दुनिया के कई हिस्सों में समाज उनकी भूमिका को नजरअंदाज करता है। इसके चलते महिलाओं को बड़े पैमाने पर असमानता, उत्पीड़न, वित्तीय निर्भरता और अन्य सामाजिक बुराइयों का खामियाजा सहन करना पड़ता है। सदियों से ये बंधन महिलाओं को पेशेवर व व्यक्तिगत ऊंचाइयों को प्राप्त करने से अवरुद्ध करते रहे हैं।