बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
मंगलवार को वैश्य आर्य कन्या महाविद्यालय, बहादुरगढ़ में बसंत पंचमी के पावन दिवस पर ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का ध्यान करते हुए हवन-यज्ञ में आहुति डाल भरतीय संस्कृति व सभ्यता को आत्मसात किया गया। हवन-यज्ञ का आयोजन महाविद्यालय की आई.क्यू.ए.सी. व रैड क्राॅस सैल द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एस.डी.एम. बहादुरगढ़ हितेन्द्र कुमार ने शिरकत की। महाविद्यालय की प्रबंधन समिति ने अग्रणी भूमिका निभाते हुए छात्राओं के लिए अपने शैक्षिक विचार व विस्तार कार्यक्रम के बारे में बताया। अतिथियों का महाविद्यालय में पहुंचने पर बहादुरगढ़ शिक्षा सभा से जुड़े पदाधिकारियों, वैश्य काॅलेज, बी.एड. शिक्षण संस्थान की प्रबंधक समिति, बहादुरगढ़ शिक्षा सभा के प्रधान श्रीनिवास गुप्ता, वैश्य कन्या महाविद्यालय बहादुरगढ़ के महासचिव प्रेमचन्द बंसल, मैनेजर यशपाल गांधी के अतिरिक्त उपप्रधान राजपाल शर्मा, कैशियर वेद प्रकाश, प्राचार्या डाॅ. राजवन्ती शर्मा व अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा स्वागत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मैडम संजीत कौर के द्वारा की गई व एस.के. मलिक की गरिमामयी उपस्थिति रही। छात्राओं द्वारा माँ सरस्वती वंदना के बाद स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
प्राचार्या डाॅ. राजवन्ती शर्मा ने अपने संबोधन में महाविद्यालय की शैक्षणिक तथा अतिरेक उपलब्धियों की चर्चा करते हुए बताया कि किस प्रकार छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए महाविद्यालय प्रयासरत है। आज समाज व राष्ट्र की उन्नति का निर्धारण छात्राओं की शिक्षा तय करती है। आज छात्राएं जीवन के हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। वे अपने को कमजोर न समझे। चारों तरफ फैली बुराइयां हमारे कर्म क्षेत्र में बाधा न बनें, हम अपना लक्ष्य सदैव ऊंचा रखें और उसे प्राप्त करने हेतु सदैव परिश्रम और धैर्य के साथ बढ़ते रहें। हमें स्वयं का मूल्यांकन कर नया सीखने की जरूरत है। हमारा यज्ञ हमारी सात्विक उन्नति का संदेश है। हम अपनी ऊर्जा का सदुपयोग करते हुए समाज को सकारात्मक दिशा में लेकर जाएं।
यज्ञ की आहुति हमें निरन्तर संघर्षरत रहकर आगे बढ़ने का संदेश देती है। युवा शक्ति देश समाज व राष्ट्र को नए ज्ञान सोच व मनोवेग का संतुलित योगदान देती है। हमारे युवा वर्ग की कर्मठता, निर्भीकता, सामजस्यता इस वैश्विक दौड़ में देश को नए पादान पर लेकर जाएगी। हम पूरे विश्व में एक कर्म क्षेत्र की मिसाल बनें। बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि आज माँ सरस्वती के पावन दिवस पर जहां एक तरफ पूरा वातावरण सुगंधित हो रहा है, वहीं दूसरी ओर आज हम समाज में हमारी शिक्षा के पुर्नमूल्यांकन स्वरूप को ढूंढ रहे हैं। माँ सरस्वती के प्रति हमारी पूर्ण अराधना तभी सफल होगी जब हम पूर्ण शिक्षित समाज का सपना पूरा कर पाएं और रूढिवादी परम्पराओं को तोड़कर राष्ट्र नवनिर्माण में अपना पूरा सहयोग दें।
मुख्य अतिथि हितेन्द्र कुमार (एस.डी.एम, बहादुरगढ) ने छात्राओ को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा हमारे व्यक्तित्व का अभिन्न भाग है। भारत युवाओं का देश है। हम अपनी मानसिक व शैक्षिक क्रांति द्वारा समाज व राष्ट्र को परम्परा व आधुनिकता के साथ जोड़कर वैश्विक समुदाय में नए भारत का निर्माण कर सकते हैं। नया भारत भविष्य का भारत ही आपका प्रयास हो। उन्होंने कहा कि ध्यान रहे शिक्षा की सार्थकता समाज के हाशिये पर रह रहे लोगों के कल्याण से पूर्ण हो। आपके माता-पिता, संस्थान, समाज, राष्ट्र हमेशा आपके लिए पूजनीय रहें। आपकी शिक्षा वैश्विक दृष्टिकोण से पूर्ण हो। मुख्य अतिथि महोदय ने शिक्षा नीति की गुणवता पर प्रकाश डालते हुए इसमें सामाजिक सेवा की उत्कृष्टता का महत्व समझाया। उन्होंने डिजिटल शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा अच्छे बुरे का फर्क करना सिखाती है।
कार्यक्रम अध्यक्ष मैडम संजीत कौर ने महाविद्यालय द्वारा छात्राओं को दी जाने वाली शिक्षा और उनके व्यक्तित्व के पूर्ण विकास के लिए किए जाने वाले कार्यों की सरहाना की।
कार्यक्रम में गैस्ट ऑफ ऑनर के रूप में उपस्थित एस.के. मलिक(रिटायर्ड सह निदेषक उद्योग और वाणिज्य विभाग, हरियाणा) ने कहा कि शिक्षित बेटियों से सभ्य समाज का निर्माण होता है। भारत आज विश्व की एक बढती ताकत है, यहां आधुनिक समाज शैक्षिक पैमाने का निर्धारण करता है।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में बहादुरगढ़ शिक्षा सभा के प्रधान श्रीनिवास गुप्ता ने कहा कि हमारे अंदर दृढता का संकल्प होना चाहिए जिसके बलबूते पर हम आगे बढ सकते हैं। उन्होंने नारी शक्ति को आगे लाने व उसका पूरा मान-सम्मान करने पर बल दिया। बेटियों को शिक्षित करने के लिए समाज के लोगों को आगे आना चाहिए। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम कर रही हैं। उन्हें उच्च स्तर पर शिक्षा मिले तो देश व समाज ज्यादा तरक्की कर सकता है। उन्होंने अपनी संस्था द्वारा छात्राओं की हर संभव मदद करने व शिक्षा के व्यापारीकरण को रोकने की बात कही। उन्होंने कहा कि वास्तव में शिक्षा हमारे अंदर छिपे मानवीय गुणों की एक सुंदर प्रस्तुति है। हमारे समाज की हर छात्रा शिक्षित हो, बुराइयों से लड़नें में सक्षम हो वही हमारी आज माँ सरस्वती के प्रति सच्ची वंदना होगी। हमारी प्रबंधन समिति इस क्षेत्र में लगातार प्रयासरत है। देश की अस्मिता व उन्नति में बेटियों का बड़ा हाथ है।
कार्यकारणी सदस्य के मनोनित उप-प्रधान राजपाल शर्मा ने कहा कि बेटियां पढकर तरक्की कर, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं के अभियान को सफल बना रही हैं। महाविद्यालय की बेटियों की शिक्षा में अग्रणी भूमिका है। प्रबंधन समिति इस क्षेत्र में लगातार पूरा प्रयास व सहयोग दे रही है।
वैश्य काॅलेज बी.एड. शिक्षण संस्थान के प्रधान सत्यनारायण अग्रवाल ने कहा कि हमारी संस्थाएं बेटियों की शिक्षा के लिए प्रयासरत है। बेटियां देश का गौरव हैं, वे कर्मठ बन निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर होती रहें।
इस अवसर पर छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। यज्ञ में अतिथियों, प्रबंधक समिति, प्राचार्या व समस्त स्टाफ ने आहुति डालकर छात्राओं के सुखद भविष्य की कामना की। विष्वविद्यालय की वरीयता सूची सत्र 2019-20 में स्थान पाने वाले यू.जी. और पी.जी. की 42 छात्राओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यकारणी सदस्य वेदप्रकाष, यशपाल गांधी, शिक्षा सभा के प्रधान सुभाष गांधी जी, कैषियर श्री जय भगवान गोयल, श्री हरमिलाप जी, श्री प्रदीप, सत्यनारायण अग्रवाल व, मूलचंद जोशी की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की समाप्ति पर वैश्य आर्य कन्या महाविद्यालय के महासचिव प्रेमचंद बंसल द्वारा सबका धन्यवाद किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डाॅ. शालू शर्मा द्वारा किया गया।





