बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
समृद्धि, प्रकाश ऊर्जा और आशावाद का प्रतीक है बसंत पंचमी : डॉ आशा शर्मा
राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की एक अहम भूमिका होती है: डॉ आशा शर्मा
वैश्य बी एड कॉलेज में बसंत पंचमी के अवसर पर मॉ सरस्वती का पूजन कर, उनका आशीर्वाद लेकर कि वे भविष्य में एक अचछे शिक्षक बन राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकें|इस मौके पर भावी अध्यापिकाओं ने नाच- गाकर खूब मस्ती की|महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ आशा शर्मा ने राष्ट्र निर्माताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वसंत ऋतु आते ही प्रकृति का कण-कण खिल उठता है। यों तो माघ का यह पूरा मास ही उत्साह देने वाला है, पर वसंत पंचमी (माघ शुक्ल 5) का पर्व भारतीय जनजीवन को अनेक तरह से प्रभावित करता है। प्राचीनकाल से इसे ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती का जन्मदिवस माना जाता है। मानव तो क्या पशु-पक्षी तक उल्लास से भर जाते हैं। हर दिन नयी उमंग से सूर्योदय होता है और नयी चेतना प्रदान कर अगले दिन फिर आने का आश्वासन देकर चला जाता है।जो शिक्षाविद भारत और भारतीयता से प्रेम करते हैं, वे इस दिन मां शारदे की पूजा कर उनसे और अधिक ज्ञानवान होने की प्रार्थना करते हैं और हम शिक्षक होने के नाते हमारा फर्ज ही नहीं दायित्व भी है कि हम बच्चों को अच्छे संस्कार दे राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें|बसंत पंचमी के कार्यक्रम का आयोजन एन एस एस व वाई आर सी इकाई की ओर से किया गया|