बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
वैश्य बी. एड. कॉलेज में छात्राओं ने राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस के उपलक्ष में महाविद्यालय द्वारा गोद लिए हुए गांव सांखौल में घर-घर जाकर लोगों को जैविक खेती के बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर कॉलेज की प्राचार्या डॉ आशा शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय उत्पादकता दिवस प्रतिवर्ष 12 फरवरी को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य उपकरणों और तकनीकों का उपयुक्त प्रयोग करके उत्पादकता बढ़ाकर लोगों को फायदा पहुंचाना है। जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि हो सके। उन्होंने छात्राओं को जैविक खेती के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि जैविक खेती की विधि रासायनिक खेती की विधि की तुलना में अधिक उत्पादन देती है। जिसके फलस्वरूप कृषक अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। महाविद्यालय की प्राचार्या के दिशा निर्देशानुसार छात्राओं ने सांखौल गांव के लोगों को बताया कि जैविक खेती कृषि की एक ऐसी विधि है जिसमे कृत्रिम उर्वरकों एवं कृत्रिम कीटनाशकों का न्यूनतम प्रयोग किया जाता है तथा भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिए फसल चक्र, हरी खाद, कंपोस्ट आदि का प्रयोग किया जाता है। इस विधि से खेती करने से शरीर अधिक स्वस्थ रहता है। इससे इंसान की आयु भी बढ़ती है और आगे आने वाली पीढ़ी भी स्वस्थ रहती है। कीटनाशक और खाद का प्रयोग करने से फसल जहरीली होती है इसका स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है इसीलिए जैविक खेती करनी चाहिए क्योंकि इससे फसल और स्वास्थ्य खराब नहीं होता। इसका आयोजन आउटरीच सेल, यूथ रेड क्रॉस क्लब व एन. एस. एस. सेल द्वारा किया गया।