बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
आज वैश्य बी.एड. कॉलेज में राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के उपलक्ष में भावी अध्यापिकाओं ने लोगों को बढ़ते प्रदूषण और प्रतिकूल प्रभावों के प्रति स्लोगन बनाकर आगाह किया। इसके साथ विभिन्न स्कूलों में इंटर्नशिप कर रही महाविद्यालय की भावी-अध्यापिकाओं ने छात्र-छात्राओं को बढ़ते प्रदूषण के कारण पर्यावरण में हो रहे जलवायु परिवर्तन और पृथ्वी के बढ़ते तापमान जैसे विषयों के बारे में बताया तथा इस बात पर चर्चा की कि कैसे छोटे-छोटे उपायों को अपनाकर हम प्रदूषण को रोकने में अपना अहम योगदान दे सकते है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को बताया कि हर साल 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण रोकथाम दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य मकसद लोगों में हवा से लेकर पानी, मिट्टी और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने और प्रदूषण को नियंत्रित करने के प्रति जागरुकता फैलाना है। लेकिन इस राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस का भोपाल गैस त्रासदी से खास कनेक्शन है। इसे इस त्रासदी में जान गंवाने वाले लोगों की याद में मनाया जाता है। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ आशा शर्मा के द्वारा प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए कई अभियान व कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाता है, जैसे-तरु-तरंग अभियान, पराली से हुए प्रदूषण को रोकने के लिए जागरुकता व पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा डोर टू डोर जा कर लोगों को जागरूक करना। महाविद्यालय की प्राचार्या द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों व अभियानों का समय-समय पर आयोजन करवाया जाता है जिससे समाज में बदलाव लाया जा सके और लोगों में सकारात्मक सोच का विकास हो सके। इस अवसर पर गरिमा, पूजा, ज्योति सैनी, कीर्ति यादव, दीनू, सुरक्षा व ज्योति द्वारा स्लोगन बनाए गए । इस कार्यक्रम का आयोजन दयानंद सदन की सदस्य डॉ सुनीता नांरग, किरण मलिक, प्रीत कमल और इको क्लब के सदस्यों डॉ. आशा शर्मा, दिव्या बंसल व सुनीता रानी द्वारा किया गया।



