बहादुरगढ़ आज तक, विनोद कुमार
कलमवीर विचार मंच द्वारा रविवार को सेक्टर 9 स्थित विवेकानंद पार्क में काव्योत्सव का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्र के कई चर्चित कवियों ने भाग लिया। गीतकार कृष्ण गोपाल विद्यार्थी की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम का संचालन राजू निजामपुर ने किया।
डॉ.मंजु दलाल की सरस्वती वंदना से शुरू हुए और लगभग तीन घंटे तक चले इस काव्योत्सव में हरियाणवी कलाकारों विरेन्द्र कौशिक व बिल्लू जाट सहित शिव ओम शिव, करुणेश वर्मा, अनिल भारतीय,मोहित कौशिक, कुमार मोनू आदि ने भी काव्यपाठ किया। सभी रचनाकारों ने जीवन के विभिन्न पहलुओं से जुड़ी रचनाएं सुना कर खूब तालियां बटोरीं। गीतकार विद्यार्थी के अध्यक्षीय संबोधन के साथ कार्यक्रम का विधिवत समापन हुआ। कोरोना काल में हुए इस आयोजन में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया गया ।
काव्योत्सव में प्रस्तुत कुछ रचनाओं की बानगी देखिए….
यह दुनिया रंग रंगीली है,
या फिर मैंने ही पी ली है।
-अनिल भारतीय ‘गुमनाम’
बेमोल तेरे प्यार में तुलता चला गया,
कपड़े के थान की तरह खुलता चला गया।
– कुमार मोनू
फिर महान भारत की बेटी चीखी और चिल्लाई है’
क्या कुछ वहशियों की खातिर नारी पृथ्वी पर आई है ?
-मोहित कौशिक
सबका जीवन अधर में है,
कोरोना के डर में है।
-शिव ओम शिव
जो वक्त तुम्हें खुशियां दे दे,
वह वक्त कहां से लाऊंगा।
तुम रूठ के मान भी जाओगे,
मैं टूट के न जुड़ पाऊंगा।
-करुणेश वर्मा
आज़ाद हैं पर इतने भी नहीं कि हक़ की बात करें,
और कुछ आज़ाद हैं इतने कि दिल पर आघात करें।
– बिल्लू जाट
मन में अपने ख्वाब पालते रहना,
किस्मत का सिक्का उछालते रहना।
-विरेन्द्र कौशिक
ज़िंदगी जीना बहुत दुश्वार है,
हर कदम पर मौत की तलवार है।